- 5 करोड़ की अचल संपत्ति, 85 लाख के जेवरात, विदेश में निवेश के दस्तावेज मिले.
- 12 लोगों की टीम ने छापेमारी की कार्रवाई की.
नवभारत प्रतिनिधि
भोपाल, 10 अगस्त. लोकायुक्त की दो टीमों ने शुक्रवार को नगर निगम भोपाल के रिटायर्ड अधीक्षण यंत्री प्रदीप जैन के घर और दफ्तर में छापा मारकर तलाशी ली, तो 5 करोड़ से ज्यादा की अचल संपत्ति मिली. इसके अलावा 85 लाख से ज्यादा के जेवरात के बिल, लाखों के निवेश और विदेश यात्रा के दस्तावेज मिले हैं. लोकायुक्त की टीम ने जिस मकान में कार्रवाई की, वह उनके बेटे यश जैन के नाम है.
छापेमारी की ये कार्रवाई डीएसपी वीरेंद्र सिंह के नेतृत्व में 12 लोगों की टीम ने की. लोकायुक्त के सूत्रों के अनुसार प्रदीप जैन के खिलाफ वित्तीय गड़बडिय़ों की शिकायत मिली थी. इसके आधार पर टीम ने जैन के एयरपोर्ट रोड स्थित पॉश लार्ड्स कॉलोनी के घर और गोविंदपुरा स्थित स्मार्ट सिटी ऑफिस में बने दफ्तर में छापेमारी की.
सूत्रों ने बताया कि प्रदीप जैन ने विदेश में निवेश की है. कार्रवाई में मिले दस्तावेजों में विदेश के इन्वेस्टमेंट्स की जांच की जा रही है. जांच में कई महत्वपूर्ण दस्तावेज मिले हैं. जैन परिवार चार दिन पहले ही कनाडा से लौटे हैं. टीम ने कनाडा टूर के बारे में पूछताछ कर रही है. दोनों ही जगह से बड़ी मात्रा में दस्तावेज जब्त किए हैं. उनके लैपटॉप, कम्प्यूटर की भी जांच की जा रही है. लैपटॉप और दो हार्ड डिस्क भी जब्त किए हैं.
बताया जाता है कि प्रदीप जैन का मकान लॉर्ड्स कॉलोनी के प्लॉट नंबर 11 और 12 पर बना है. मकान का निर्माण 6 हजार वर्गफीट पर कोठीनुमा किया गया है. चारों तरफ सीसीटीवी लगे हैं. एक साल पहले ही उनका यह भव्य मकान बनकर तैयार हुआ है. जैन परिवार यहां कम ही रहता है. अंदर केवल सर्वेंट रहते हैं. उनका बेटा कनाडा में रहता है.
स्मार्ट सिटी में संविदा कर्मचारी हैं जैन
वर्तमान में जैन नगर निगम भोपाल के रिटायर्ड इंजीनियर हैं. वे वर्तमान में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट भोपाल में संविदा पर अधीक्षण यंत्री के पद हैं. इनकी आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने की शिकायत एसपी लोकायुक्त भोपाल मिली थी. शिकायत के सत्यापन पर प्रथम दृष्टया 300 प्रतिशत असमनुपातिक संपत्ति अर्जित करने के प्रमाण मिले थे.