तेहरान, 08 अगस्त (वार्ता) ईरान ने कहा है कि हमास पोलित ब्यूरो प्रमुख इस्माइल हनीयेह की हत्या अमेरिका की ओर से हरी झंडी दिखाये जाने और खुफिया सहायता प्रदान किये बिना संभव नहीं थी।
ईरानी विदेश मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान के अनुसार, कार्यवाहक विदेश मंत्री अली बाघेरी कानी ने बुधवार को सऊदी अरब के जेद्दा में आयोजित इस्लामिक सहयोग संगठन (ओआईसी) की कार्यकारी समिति की असाधारण मंत्रिस्तरीय बैठक में हनीयेह की हत्या सहित काई मुद्दों पर चर्चा की। श्री कानी ने हमास प्रमुख की हत्या को इजरायल के आतंकवादी अपराधों का सिर्फ एक उदाहरण बताते हुए कहा कि यह ईरान की राष्ट्रीय संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता पर एक खुला आक्रमण था।
उन्होंने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से इस तरह के उल्लंघनों के लिए इजरायल को जवाबदेह ठहराने और इसके लिए जिम्मेदार लोगों पर मुकदमा चलाने तथा उन्हें सजा देने का आह्वान किया। श्री कानी ने कहा कि इजरायल के मुख्य समर्थक के रूप में अमेरिका की जिम्मेदारी को इस ‘घृणित अपराध’ में नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए, जो अमेरिका की हरी झंडी और खुफिया सहायता के बिना संभव नहीं था।
उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की ओर से किसी भी उचित कार्रवाई के अभाव में ईरान के पास इजरायल के आक्रमणों के सामने ‘वैध आत्मरक्षा के अपने अंतर्निहित अधिकार’ का उपयोग करने के अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं रह जायेगा।
विदेश मंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि ईरान की ओर से इस तरह की कार्रवाई ईरान की संप्रभुता, लोगों और क्षेत्र के खिलाफ इजरायली आक्रमण को रोकने के लिए आवश्यक है और उचित समय पर यह कार्रवाई की जायेगी।
ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के लिए आमंत्रित किए गए हनीयेह की एक दिन बाद तेहारान में उनके आवास पर हमले में उनके अंगरक्षक के साथ हत्या कर दी गयी। ईरान ने इजरायल पर हमला करने का आरोप लगाया और ‘कठोर एवं दर्दनाक प्रतिक्रिया’ की कसम खायी थी।