ग्वालियर। बिजौली थाना क्षेत्र के चकमराम पुरा में शासकीय प्राथमिक विद्यालय के जर्जर भवन की एक कक्षा की छत गिरने का वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है। घटना गत शाम 5.30 बजे की बताई जा रही है। ऐसा भी बताया गया है कि शाम 5 बजे स्कूल की छुट्टी हो गई थी। किस्मत से एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया है। घटना से 30 मिनट पहले उसी परिसर में 19 बच्चे और दो टीचर मौजूद थीं।
विद्यालय का भवन जर्जर हो चुका था। बारिश में सीलन ने छत की पटियों को कमजोर कर दिया था। घटना की सूचना मिलते ही शिक्षा विभाग के अधिकारी, पुलिस मौके पर पहुंचे। फिलहाल शिक्षा विभाग ने लापरवाही की जांच शुरू कर दी है।
बुधवार को सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया। वीडियो में एक स्कूल की छत चंद सेकंड में ढेर हो गई। जब इस वीडियो के बारे में पता किया गया तो जानकारी मिली कि यह वीडियो सही है और स्कूल भवन की छत गिरने की घटना ग्वालियर के देहात बिजौली इलाके में चकरामपुरा गांव की है।
शासकीय प्राथमिक विद्यालय चकरामपुरा में गत शाम 5.30 बजे यह घटना हुई है। विद्यालय का भवन जर्जर था और बारिश में उसमें सीलन बैठ जाने से दिन पर दिन कमजोर होता जा रहा था। गत शाम अचानक तेज आवाज के साथ एक कक्षा की छह ढह गई। किस्मत से उस समय स्कूल में बच्चे नहीं थे, लेकिन कहीं यह घटना दिन के समय होती तो बड़ी त्रासदी हो सकती थी। चकरामपुरा शासकीय प्राथमिक विद्यालय में कुल 19 छात्र-छात्राएं हैं। पांचवीं तक यह स्कूल चलता है। यहां समय दोपहर 12 बजे से शाम 5 बजे तक होता है। स्कूल में दो टीचर हैं। गत शाम को 5 बजे जब स्कूल की छुट्टी हुई तो पूरा स्कूल खाली हो चुका था। हादसे के समय दो टीचर भी स्कूल के बाहर खड़े थे। स्कूल में ताला लगाने वाले थे तभी यह हादसा हुआ।
विद्यालय के जर्जर भवन की छत गिरने के बाद जिला शिक्षा विभाग के अधिकारी भी वहां पहुंच गए थे। घटना के बाद हादसा कैसे हुआ जांच शुरू हो गई है। इस हादसे के लिए कौन जिम्मेदार है यह भी जांच में तय होगा। स्कूल प्राचार्य ने भवन के जर्जर होने की बात किसी को बताई थी या नहीं। यदि बताई थी तो उस पर समय रहते एक्शन क्यों नहीं लिया गया।
सामुदायिक भवन में संचालित होगा चकरामपुरा का प्राथमिक विद्यालय
ग्वालियर के चकरामपुरा ग्राम का शासकीय प्राथमिक विद्यालय अब गांव के सामुदायिक भवन में संचालित । बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर अब यह विद्यालय यहां के सामुदायिक भवन में संचालित किया जाएगा। सामुदायिक भवन तक के पहुंच मार्ग की मरम्मत भी जिला प्रशासन द्वारा कराई जा रही है।