मानव उत्थान सेवा समिति द्वारा त्रिदिवसीय श्री राम कथा का आयोजन
ग्वालियर: मानव के जीवन में भौतिक सुख साधनों की प्राप्ति की लालसा के साथ साथ आत्म ज्ञान प्राप्ति की चाहना भी होनी चाहिए। गृहस्थ जीवन जीने वाले व्यक्ति को आत्म ज्ञान की राह पर समय के सदगुरुदेव ही ले जा सकते हैं। इसीलिए हमारे धर्म शास्त्रों में गुरु महिमा का गान किया गया है।= उक्त उदगार सदगुरुदेव श्री सतपाल महाराज के परम शिष्य महात्मा ज्ञान युक्तानंद ने मानव उत्थान सेवा समिति द्वारा स्थानीय अखंड परमधाम आश्रम गिरवाई नाका पर आयोजित तीन दिवसीय संगीतमय श्रीराम कथा में मुख्य वक्ता के रूप में व्यक्त किए। महात्माजी ने श्री राम कथा का महत्व बताते हुए कहा कि श्रीराम कथा मनुष्य को जीवन जीने की राह दिखाती हैं।
समिति के प्रवक्ता राम बाबू कटारे ने बताया कि तीन दिवसीय श्रीराम कथा का आयोजन 1अगस्त से 3अगस्त शनिवार तक किया गया है। कथा दोपहर एक बजे से शाम पांच बजे तक होगी। कथा में साध्वी कल्पना बाई, साध्वी अम्बालिका बाई एवं साध्वी कृतिका बाई ने अपने विचार रखते हुए सत्संग और गुरु महिमा का गान किया। कथा के आरम्भ में गोपाल भाई और केशव यादव जी ने भजनों की प्रस्तुति दी।संत समाज का स्वागत सर्व श्री रामदास चौरसिया,राजेश बंसल,पं राम बाबू कटारे, मुरारी सिंह राजपूत, प्रकाश पटवा, वासुदेव चौरसिया, राजू चौरसिया आदि ने किया।आज दो अगस्त शुक्रवार को कथा दोपहर एक बजे से आरम्भ होगी आयोजकों ने सभी कथा प्रेमियों से कथा में पधारने का अनुरोध किया है।