नवभारत
बागली -कक्षा में शिक्षक के सामने बैठे विघार्थी साक्षात भगवान का बाल रूप होते हैं उन्हें ही अपना आराध्य मानकर पदीय दायित्वों का ईमानदारी से निर्वहन करना सच्ची ईश्वरीय आराधना होती है।
उक्त विचार शासकीय कन्या हाई स्कूल पर संकुल स्तरीय विदाई समारोह समिति द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में माध्यमिक विद्यालय बेहरी से सेवानिवृत्त हुए शिक्षक प्रकाश चौहान ने व्यक्त किये।
सेवानिवृत्त चौहान ने अपनी सेवा अवधि के 40 वर्ष में से 38 वर्ष ग्राम बेहरी में ही निर्विवाद रूप से व्यतीत किये।
संकुल प्राचार्य पं वासुदेव जोशी की अध्यक्षता में आयोजित समारोह में समिति पदाधिकारियों के साथ जामगोद के वरिष्ठ शिक्षक देवकरण सोलंकी भी विशेष रूप से उपस्थित रहे।
समिति के ओम यादव, विक्रम सिंह परमार, हेमेंद्र शिवहरे,सरोज जौहरी,मनोहर मानधन्या, महेश गोस्वामी, निशा योगी सुभाष पंचौली, लोकेंद्र परिहार,सुश्री शीला राठौर, लता वर्मा, नेहा श्रीवास्तव, कीर्ति पंचोली , मोहन मंसारे, बलराम खराडीया, बुरहानुद्दीन बोहरा आदि के द्वारा संकुल के सभी शिक्षक साथियों की ओर से शाल – श्रीफल के साथ उपहार भेंट कर तथा साफा बांधकर व पुष्पमाला पहनाकर आत्मीय अभिनन्दन करते हुए आपकी अनूठी सेवाओं के साथ आपकी सादगी व शालिनता की मुक्तकंठ से प्रशंसा की। संकुल परिसर में शिक्षक चौहान ने सभी की उपस्थिति में एक पौधा मां के नाम अभियान के अंतर्गत आम का पोधा रोपीत किया ।
परंपरा अनुसार सभी शिक्षक सेवानिवृत शिक्षक चौहानके गृह ग्राम लखवाडा तक जुलूस के रूप में उनके निज निवास तक छोड़ने के लिए पहुंचे तथा वहां पहुंचने पर ग्रामीणों ने भी सेवा निवृत शिक्षक साथी चौहान के साथ-साथ उनके साथ आए सभी शिक्षकों की आत्मीय अगवानी की तथा ग्रामीण जनों ने शिक्षक चौहान के ग्राम वासियों से भी बेहतर संबंध होने की प्रशंसा की।
संकुल से ग्राम लखवाडा तक आयोजित समारोह का संचालन संकुल सहसमन्वयक वारिस अली ने किया तथा आभार संकुल प्राचार्य श्री जोशी ने माना।
उक्त जानकारी जनशिक्षक इन्दर गोठी ने प्रदान की।