वायनाड,01 अगस्त (वार्ता) केरल के वायनाड जिले में भूस्खलन में मरने वालों की संख्या 277 हो गयी है, जिसमें 23 बच्चे भी शामिल हैं।
अधिकारियों ने गुरुवार को बताया कि 240 लोग अब भी लापता हैं और 213 का विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है।
मलबे से जीवित बचे लोगों को निकालने के लिए सेना, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), नौसेना, भारतीय तटरक्षक बल के नेतृत्व में मुंडक्कई, अट्टमाला और चूरलमाला में तलाशी अभियान चल रहा है।
अधिकारियों ने कहा कि 19 गर्भवती महिलाओं सहित कम से कम 8,304 लोगों को वायनाड जिले के मेप्पडी और आसपास के इलाकों में स्थापित 82 राहत शिविरों में स्थानांतरित किया गया है, जबकि 143 शवों को विभिन्न अस्पतालों में रखा गया है।
अधिकारी के अनुसार, मद्रास इंजीनियरिंग ग्रुप (एमईजी) की सेना टीम द्वारा चूरलमाला और मुंडक्कई को जोड़ने वाले 190 मीटर के अस्थायी बेली ब्रिज का निर्माण लगभग पूरा हो गया है और इसका उपयोग दोपहर तक शुरू हो सकता है।
मेजर जनरल विनोद मैथ्यू ने पत्रकारों को बताया कि वायनाड भूस्खलन की घटना देश में अब तक देखी गई सबसे व्यापक क्षति में से एक है और जब तक नया कंक्रीट पुल नहीं बन जाता तब तक बेली ब्रिज वायनाड के लोगों के लिए काम करेगा।
राजस्व मंत्री के राजन ने कहा कि कंक्रीट काटने वाली मशीनों सहित दो और मशीनरी मुंडक्कई पहुंच गई हैं और बचाव कार्यों में तेजी लाने के लिए अन्य 15 मलबा हटाने वाली मशीन जल्द ही घटना स्थल पर पहुंचेगी।
अट्टामाला वार्ड सदस्य सुधाकरन ने कहा कि भूस्खलन में अट्टामाला क्षेत्र में लगभग 68 घर क्षतिग्रस्त हो गए।