बजट में तमिलनाडु को नजरअंदाज किया गया है: सेल्वागणपति

नयी दिल्ली, 31 जुलाई (वार्ता) आम बजट में रेल संबंधी अनुदान मांगों और योजनाओं पर लोकसभा में आगे की चर्चा में बुधवार को सदस्यों ने रेल दुर्घटनाओं पर चिंता व्यक्त की और ट्रेन सेवाओं के विस्तार और उनके सुधार की मांग की।

द्रमुक के टी एम सेल्वागणपति ने सदन में मंगलवार को शुरू हुई चर्चा को आगे बढ़ाते हुये कहा कि ट्रेन दुर्घटनाओं को देखते हुये रेल यात्रियों की सुरक्षा के लिये पर्याप्त उपाय किये जाने चाहिये । उन्होंने कहा कि ट्रेन सुरक्षा के लिये 44000 कवच लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था, लेकिन अभी तक 1500 कवच ही लगाये गये हैं।

उन्होंने यह भी कहा कि बजट में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन शासित राज्यों में ही रेल परियोजनाओं को बढ़ावा दिया गया गया है, जबकि गैर भाजपा शासित राज्यों की उपेक्षा की गयी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी में रेलवे परियोजनाओं के लिये अधिक धन देने पर कोई नुकसान नहीं है, उनकी शिकायत है कि इस मामले में तमिलनाडु की उपेक्षा की गयी है। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु के विकास के लिये राज्य में रेलवे का विकास जरूरी है।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दिलीप सैकिया ने कहा कि मोदी सरकार के कार्यकाल में पूर्वोत्तर राज्यों में रेल सुविधाओं का व्यापक विस्तार हुआ है। पूर्वोत्तर के आठों राज्य अब रेल सुविधाओं से जोड़ दिये गये हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 से पहले पूर्वोत्तर के चार राज्य ही रेल संपर्क से जुड़े थे। पूर्वोत्तर में रेलवे लाइनों को अब पूरी तरह से ब्रॉड गेज में परिवर्तित कर दिया गया है। पूरे क्षेत्र में अब रेलवे का विद्युतीकरण भी कर दिया गया है।

शिवसेना के रवीन्द्र दत्त वाईकर ने कहा कि ट्रेन सिर्फ यात्रा का साधन ही नहीं है, बल्कि रेल सेवायें विकास का परिचायक भी हैं। उन्होंने कहा कि देश की बढ़ती जनसंख्या को देखते हुये रेलवे का विकास पर्याप्त गति से नहीं हो रहा है, हालांकि महाराष्ट में रेल सेवा विकास का कार्य तेज गति से चल रहा है। दुत्र गति से नये ट्रैक बनाये जा रहे हैं । रेल बजट में राज्य के लिये 15940 करोड़ रुपये आवंटित किये गये हैं ।

श्री वाईकर ने कहा कि मुम्बई में लोकल ट्रेन में यात्रियों की अधिक भीड़ होने के कारण बड़ी संख्या में दुर्घटनायें होती हैं । इसे देखते हुये लोकल ट्रेनों में मेट्रो ट्रेन की तरह खुलने और बंद होने वाले गेट लगाये जाने चाहिये ।

समाजवादी पार्टी के देवेश शाक्य ने एटा जनपद में रेल सेवा विस्तार की मांग करते हुये कहा कि कासगंज से फर्रुखाबाद तक ट्रेन चलायी जानी चाहिये । उन्होंने कहा कि कासगंज से एटा ट्रेन कब चलेगी ।

उन्होंने कासगंज से हरिद्वार के लिये ट्रेन चलाने की मांग करते हुये कहा कि एटा जिला रामचरित मानस के रचयिता गोस्वामी तुलसीदास और सूफी विचारक अमीर खुसरो की जन्म स्थली है। जिले के धार्मिक स्थलों के मद्देनजर यहां रेल सेवा विस्तार में गति लायी जानी चाहिये।

तृणमूल कांग्रेस के बापी हलधर ने कहा कि रेलवे के बजट में पश्चिम बंगाल की अनदेखी की गई है और राज्य को हाशिए पर धकेलने की कोशिश की गई है। रेल संरक्षा पर कोई ध्यान नहीं है। लगातार रेल दुर्घटनाएं हो रहीं हैं। सरकार ने दो करोड़ रोजगार के सपने दिखाये लेकिन किया कुछ नहीं।

कांग्रेस के हरीश चंद्र मीणा ने कहा कि बजट में न रेलकर्मियों के लिए और न ही यात्रियों के लिए कोई घोषणा की गई है। न कोई गाड़ी चलाने और न कोई सुविधा बढ़ाने की बात कही गई है। कोरोना काल में बंद की गई गाड़ियों को अभी तक शुरू नहीं किया गया है। उन्होंने अजमेर टोंक रेलवे लाइन जल्दी बनाने और सवाईमाधोपुर एवं गंगापुर सिटी स्टेशनों पर दिल्ली के लिए गाड़ियों को स्टापेज देने की मांग की।

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार) के धैर्यशील पाटिल ने कहा कि इस बजट में आम आदमी को कुछ नहीं मिला। आठ रेल दुर्घटनाएं हुईं हैं। गाड़ियों की औसत गति कम हुई है। उन्होंने 105 किलोमीटर की फल्टन पंढरपुर लाइन जल्द पूरी करने की मांग की।

भाजपा के राधामोहन सिंह ने कहा कि रेल बजट में संरक्षा और सुरक्षा पर पर्याप्त ध्यान दिया गया है और 1.08 लाख करोड़ रुपए का रिकॉर्ड आवंटन किया गया है। भाजपा के शासन काल में भारतीय रेलवे विश्व में चौथी सबसे बड़ी रेल नेटवर्क बन चुकी है। 639.5 करोड़ यात्रियों और 150 करोड़ टन माल की ढुलाई करने वाली रेलवे ने 10 प्रतिशत वृद्धि का लक्ष्य तय किये हैं। उन्होंने कहा कि शत-प्रतिशत विद्युतीकरण रेल सागर और डीएफसी, उच्च घनत्व वाले नेटवर्क की क्षमता विस्तार पर ध्यान है और इस तरह भविष्य में रेलवे राष्ट्र के विकास एवं समृद्धि एकता एवं अखंडता के लिए योगदान देती रहेगी।

भाजपा के अनिल बलूनी ने कहा कि रेलवे का विकास देश के इतिहास के लिए अभूतपूर्व क्षण है। देश के कई हिस्सों में लोगों ने रेल पटरी तक नहीं देखी है। उन्होंने उत्तराखंड में ऋषिकेश कर्णप्रयाग लाइन का सपना 110 साल पहले सेना के एक बहादुर अधिकारी ने देखा था जिसे मोदी सरकार पूरा कर रही है। यह सौ साल का इंतजार दो साल में पूरा हो जाएगा। उन्होंने कहा कि यह मोदी सरकार की उदारता है कि उत्तराखंड को दो वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों सहित अनेक गाड़ियां दीं।

श्री बलूनी ने कहा कि इतना ही नहीं पूर्वोत्तर क्षेत्र में रेलवे का अभूतपूर्व विकास हुआ है। हर राज्य में रेलवे की कनेक्टिविटी स्थापित हो रही है। गाड़ियों की औसत गति बढ़ी है।

कांग्रेस के कैप्टन विरियोता फर्नांडीस ने कहा कि इस समय भारतीय रेलवे असुरक्षित हो गई है। रेलवे को माल ढुलाई बढ़ाने के लिए कोयला क्षेत्र की ओर देखना पड़ रहा है। जबकि प्रधानमंत्री को संयुक्त राष्ट्र द्वारा चैम्पियन ऑफ द अर्थ का पुरस्कार दिया गया है। ये दोनों बातें परस्पर विरोधी हैं।

लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के राजेश वर्मा ने मांग की खगड़िया कुशेश्वर लाइन को जल्दी पूरा करने की मांग की।

सपा के सनातन पांडेय और जदयू के रामप्रीत मंडल ने भी चर्चा में भाग लिया।

भाजपा के तापिर गाव ने चर्चा में हिस्सा लेते हुए कहा कि उन्हें खुशी है की अरुणाचल प्रदेश में उनका गृह जिला जल्दी ही रेल कनेक्टिविटी से जुड़ जाएगा। उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर में सरकार रेल परियोजनाओं को बढ़ावा दे रही है और इसके लिए बजट में तीन गुना से ज्यादा बढ़ोतरी की गई है। इसके लिए केंद्र सरकार को वह धन्यवाद देते हैं। पूर्वोत्तर के लिए कुछ और रेलगाड़ियां देने की केंद्र से मांग करते हुए । उन्होंने कहा कि इससे बड़ी संख्या में वहां के लोगों को लाभ होगा।

कांग्रेस के डीन कुरियाकोस ने कहा कि केरल में लंबे समय से सबरीमाला रेल परियोजना की मांग चल रही है और वह पूरी नहीं हुई है, इसलिए वह जल्द से इस परियोजना को पूरा करने का आग्रह करते हैं। राष्ट्रीय जनता दल के अभय कुमार सिन्हा ने कहा कि रेलवे का विस्तार हर साल केवल 275 किलोमीटर हो रहा है जो बहुत कम है और इसे बढ़ाने की जरूरत है। उन्होंने बोधगया से वाराणसी होते हुए दिल्ली तक वंदे भारत ट्रेन चलाने का आग्रह किया और कहा कि इससे ज्यादा से ज्यादा यात्री आकर्षित हो सकेंगे।

तेलुगु देशम पार्टी की कृष्ण प्रसाद टेनेटी ने कहा कि आंध्र प्रदेश युवा राज्य है और उसको अभी बहुत आगे बढ़ाने की जरूरत है। उन्होंने उम्मीद जताई कि जिस तरह से राज्य के लोगों ने आम चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर विश्वास जताया है उसके बदले में उन्हें केंद्र से पूरी सहायता मिलेगी और सारी सहूलिया उपलब्ध हो सकेगी। उन्होंने वापट तथा विजयवाड़ा के बीच में इंटरसिटी ट्रेन चलाने और विजयवाड़ा से बेंगलुरु के बीच वंदे भारत ट्रेन चलाने की मांग की।

भाजपा के डॉ भोला सिंह ने रेलवे में बड़ा बदलाव लाने के लिए मोदी सरकार को बधाई दी और कहा कि सरकार ने रेलवे में वंदे भारत जैसी ट्रेन से देश के कई नगरों को जोड़कर रेलवे में क्रांति लाने का काम किया है। उन्होंने बुलंदशहर से जम्मू-कश्मीर को जोड़ने तथा देहरादून के लिए विशेष सुविधा उपलब्ध कराने के लिए भी रेल मंत्रालय का आभार जताया और आग्रह किया कि कुछ और ट्रेनों को अगर बुलंदशहर में ठहराव दिया जाता है तो इससे लोगों को ज्यादा सुविधा होगी और यात्री आसानी से दिल्ली आ जा सकेंगे।

आईयूएमएल के ई टी बशीर ने कहा कि रेलवे स्टेशनों की खूबसूरती बढ़ाना और साफ सफाई अच्छी बात है और वंदे भारत जैसी रेल भी सबको आ रही है लेकिन उसमें सामान्य यात्री हैं उनको एक तरह से नजरअंदाज किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि रेलवे की बहुत सारी जमीन का इस्तेमाल नहीं हो रहा है, वह जमीन बेकार पड़ी है इसलिए उस जमीन का का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल होना चाहिए।

भाजपा के अनुराग शर्मा ने कहा कि झांसी का आर्थिक विकास रेलवे की कारण हुआ है। पूरी झांसी एक रेलवे लाइन पर खड़ी है। उन्होंने कहा कि अच्छी बात यह है कि आज रेलवे स्टेशन साफ सुथरे और आकर्षक बन गए हैं। एक जमाना था आदमी रेलवे स्टेशन जाने से डरता था लेकिन अब हालात बदल गए हैं। अमृत स्टेशन बन रहे हैं और उनसे स्थिति में और सुधार आने की उम्मीद है। उन्होंने कुछ घरेलू ट्रेनों को ललितपुर में ठहराव देने की मांग करके झांसी ललितपुर से कोटा के लिए एक लाइन डालने का भी आग्रह किया है ।

जनसेना पार्टी के बालाशौरी बल्लभनेनी ने रेल बजट का समर्थन करते हुए कहा कि मछलीपट्टनम में एक नई रेलवे लाइन भीमावाला तक देने का आग्रह किया और कहा कि इस लाइन से लोगों की विजयवाड़ा आदि क्षेत्रों से रेल लाइन से जोड़ने की मांग पुरानी है और उन्हें उम्मीद है इस बार यह मांग पूरी होगी।

शिवसेना के धैर्यशील संभाजीराव माने कहा कि यह अच्छी बात है की सरकार रेल सुरक्षा पर बहुत ध्यान दे रही है और इससे यात्रियों को भी रेल सफर में सुविधा मिल रही है। उन्होंने कोल्हापुर वैभववाडी रेल लाइन को स्वीकार करने का रेल मंत्री से आग्रह किया और कहा कि कई यात्री कोल्हापुर से मुंबई जाते हैं लेकिन मुंबई तक गाड़ी नहीं हैं उससे लोगों को दिक्कत होती है। उन्होंने कोविड काल में बंद किये गये रेल स्टाॅप को दोबारा शुरू करने का आग्रह किया है।

शिवसेना (उद्धव गट) कि अरविंद सावंत ने कहा कि सरकार से बार-बार मांग की जाती है लेकिन वह किसी भी मांग को स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं है। उन्होंने सरकार से बरसात के दिनों रेलवे आदि की खाली जमीन पर रहने वाले लोगों के घर नहीं तोड़ने का भी सरकार से आग्रह किया है। उन्होंने नांदेड़ डिविजन को सेंट्रल रेलवे डिवीजन में लाने का भी रेल मंत्रालय से अनुरोध किया है।

भाजपा के विजय कुमार दुबे ने कहा कि रेल मंत्रालय में सबसे बड़ी बात पिछले 10 साल में यह हुई है कि उसने प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत अभियान को प्रभावी तरीके से अपनाया है। कांग्रेस के राजमोहन उन्नीथन ने भारतीय रेल को भारत की जीवन रेखा बताया और कहा कि केरल को और अधिक सेवा देने की जरूरत है।

भाजपा की संध्या राय ने रेल मंत्री से मांग की कि दतिया स्टेशन पर शताब्दी या भोपाल अथवा खजुराहो वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों में कोई एक ट्रेन का स्टापेज दिया जाये। उन्होंने भिंड कोंच उरई महोबा लाइन के लिए काम शुरू करने पर भी बल दिया।

तिरुपति से वाईएसआर कांग्रेस के एम गुरुमूर्ति ने कहा कि रेलवे ने किसानों के लिए विशेष किसान रेल सेवा शुरू की है। इस उपयोगी सेवा के साथ ही कोल्ड स्टोरेज या भंडारण की व्यवस्था को भी मजबूत करने की जरूरत है। उन्होंने तिरुपति से अयोध्या, वाराणसी, शिर्डी आदि देश के अन्य तीर्थस्थानों को जोड़ने के लिए नयी गाड़ियां चलाने की मांग की।

रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी के एन के प्रेमचंद्रन ने रेलवे के विकास के कार्यों की प्रशंसा की और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव की सराहना की लेकिन पृथक रेल बजट पुन: बहाल करने की मांग पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि रेलवे के विकास की अधिक फोकस वाली योजनाओं के लिए अलग रेल बजट की जरूरत है।

चर्चा में भाजपा के संतोष पांडे ने छत्तीसगढ़ में रेलवे के विकास के मुद्दे उठाये, वहीं भाजपा के विद्युतवरण महतो ने जमशेदपुर से वाराणसी एवं अन्य शहरों के लिए रेलसेवाओं की मांग की।

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