जबलपुर। सक्रिय मौसम प्रणालियों के असर से मौसम की रंगत बदली हुई है। सावन माह में रूक-रूककर हो रही बारिश का दौर जारी है। रविवार को हुई झमाझम बारिश के बाद सोमवार को सुबह से चटक धूप खिली रही। दिन में गर्मी भी महसूस हुई। शाम ढलते ही मौसम ने करवट ली और बारिश करने वाले बादलों ने डेरा डाल लिया। रात मेें रिमझिम फुहारे चली। चौबीस घंटे में 35. 3 मिमी बारिश हुई है और सीजन में अब तक 636.5 मिमी बारिश दर्ज हो चुकी है।
मौसम विभाग के अनुसार उत्तरी छत्तीसगढ़ के ऊपर माध्य समुद्र से 7.6 किमी की ऊंचाई तक दक्षिण पश्चिम की ओर झुकते हुए एक चक्रवातीय परिसंचरण सक्रिय है। मानसून ट्रफ माध्य समुद्र तल से 1.5 किमी की ऊंचाई तक बीकानेर, कोटा, दमोह, पेण्ड्रा रोड़, बालासोर से होकर दक्षिण-पूर्व की ओर पूर्वी मध्य बंगाल की खाड़ी तक गुजर रही है। दक्षिण गुजरात से लेकर उत्तरी केरल तटों तक माध्य समुद्र तल पर अपतटीय ट्रफ अवस्थित है। जिसके असर से चौबीस घंटे में जबलपुर समेत संभाग के जिलों मेें भारी वर्षा हो सकती है।
तालाब बनी कॉलोनी, ननि ने कराई जल निकासी
वर्षाऋतु के दौरान जलप्लावन के लिए चिन्हित संवेदनशील क्षेत्र महाराणा प्रताप वार्ड के भूकम्प कॉलोनी में रहने वाले हजारों लोगों को नगर निगम द्वारा जलप्लावन की त्रास्दी से राहत प्रदान की गई है। इस संबंध में निगमायुक्त श्रीमती प्रीति यादव ने बताया कि भूकम्प कॉलोनी से शिकायतें प्राप्त हुई थी, शिकायत मिलने के तत्काल बाद ही टीम लगाकर वर्षा जल निकासी की व्यवस्था कराई गयी। निगमायुक्त श्रीमती प्रीति यादव ने इसके लिए कार्यपालन यंत्री शैलेन्द्र मिश्रा, उपायुक्त संभव अयाची, सहायक स्वास्थ्य अधिकारी अनिल बारी, संभागीय अधिकारी कृष्णकांत रावत, मुख्य स्वच्छता कालू राम सोलंकी, संभागीय यंत्री आशीष पाटकर सहित टीम के सभी सदस्यों के कार्यो की सराहना की है।