मुबंई 27 जुलाई (वार्ता) भारतीय क्रिकेट टीम के निर्वतमान मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने नये मुख्य कोच गौतम गंभीर को उनकी नयी पारी के लिये शुभकामनायें प्रेषित की हैं और कहा है कि वह युवा खिलाड़ियों की सहायता करते हैं और मैदान पर उनसे उनका सर्वश्रेष्ठ निकलवाने की क्षमता रखते हैं।
बीसीसीआई ने एक वीडियो जारी किया है जिसमें गंभीर एक लैपटॉप के आगे बैठे हैं और अपने वरिष्ठ साथी की सलाह सुन रहे हैं।
संदेश में द्रविड़ कहते हैं, “ एक टीममेट के रूप में मैंने आपको मैदान पर अपना सब कुछ देते हुए देखा है।
एक साझेदार के रूप में मैंने आपकी दृढ़ता देखी है, जो कभी भी हार नहीं मानता है।
के दौरान मैंने आपकी जीतने की इच्छा को देखा है।
आप युवा खिलाड़ियों की सहायता करते हैं और मैदान पर उनसे उनका सर्वश्रेष्ठ निकलवाने की क्षमता रखते हैं।
मैं जानता हूं कि आप भारतीय क्रिकेट के प्रति कितने समर्पित और भावुक हैं और मुझे यकीन है कि आप इन सभी गुणों को अपनी इस नई पारी के दौरान भी लाएंगे।
”
द्रविड़ ने कहा, “ जैसा कि आप जानते हैं आपसे उम्मीदें बहुत ज़्यादा होंगी और आपके प्रदर्शन की हर समय जांच-पड़ताल भी की जाएगी।
लेकिन सबसे बुरे समय में भी आप कभी अकेले नहीं होंगे।
आपको खिलाड़ियों, सहयोगी स्टाफ़, पूर्व कप्तानों, टीम प्रबंधन और प्रशंसकों का समर्थन मिलता रहेगा, जिनकी उम्मीदें तो बहुत अधिक होती है, लेकिन वे हमेशा टीम के साथ भी खड़े रहते हैं।
”
पिछले महीने बारबाडोस में टी-20 विश्व कप फाइनल जीतने के बाद द्रविड़ ने कहा था कि इस जीत में भाग्य की भी अहम भूमिका थी, जिससे उनकी टीम ट्रॉफी जीतने में सफल रही।
उन्होंने उम्मीद जताई थी कि इससे गंभीर को भी मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा, “ मैं यह भी आशा करता हूं कि भाग्य भी आपके साथ रहे क्योंकि हम कोचों को थोड़ा अधिक स्मार्ट और बुद्धिमान दिखने के लिए भाग्य की भी ज़रूरत होती है।
” उन्होंने कहा, “ भले ही यह करना आपके लिए मुश्किल हो, लेकिन मुस्कुराइए।
जब आप ऐसा करेंगे, लोग चौंक जाएंगे।
”
द्रविड़ ने कहा, “ एक भारतीय कोच की तरफ़ से दूसरे भारतीय कोच को यह संदेश है कि सबसे ज़्यादा कठिन समय में भी गहरी सांस लें और एक कदम पीछे हट जाएं।
मैं आपको बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं, गौतम।
मुझे यकीन है कि आप भारतीय टीम को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे।
”
गंभीर ने कहा, “ मुझे नहीं पता कि मैं इस पर कैसे प्रतिक्रिया दूं, क्योंकि यह संदेश मेरे लिए बहुत मायने रखता है।
इसका कारण यह नहीं है कि यह उस व्यक्ति से आया है, जिनकी मैं जगह लेने जा रहा हूं।
बल्कि यह उस व्यक्ति से आया है, जिसे मैं खेलते समय हमेशा अपना आदर्श मानता था।
मैंने हमेशा ऐसा महसूस किया है और मैंने अपने कई साक्षात्कारों में भी कहा है।
वह देश के सबसे निस्वार्थ क्रिकेटर हैं।
राहुल भाई ने भारतीय क्रिकेट के लिए वह सब कुछ किया है, जिसकी जरूरत थी।
मैं भावुक नहीं होता हूं, लेकिन इस संदेश ने वास्तव में मुझे बहुत भावुक कर दिया है।
उम्मीद है कि मैं यह काम पूरी ईमानदारी और पारदर्शिता के साथ करूंगा और अपने आदर्श ‘राहुल भाई’ को गौरवान्वित कर सकूंगा।
”