पेरिस, 27 जुलाई (वार्ता) भारतीय निशानेबाज सरबजोत सिंह शनिवार को पेरिस ओलंपिक में पुरुषों की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में पदक राउंड के लिए क्वालीफाई करने के बेहद करीब पहुंच गए, लेकिन बेहद कम अंतर के कारण अंततः उन्हें पोडियम पर जगह नहीं मिल पाई।
सिंह ने असाधारण कौशल और फोकस का प्रदर्शन करते हुए अपनी एक श्रृंखला में 100 के पूर्ण स्कोर के साथ उल्लेखनीय प्रदर्शन किया।
इस प्रभावशाली उपलब्धि के बावजूद, उनकी अंतिम श्रृंखला में एक महत्वपूर्ण गलती महंगी साबित हुई।
वह मेडल टेली में नौवें स्थान पर रहे और फाइनल में मात्र एक अंक से चूक गये।
अंतिम परिणाम में सिंह जर्मनी के रॉबिन वाल्टर के साथ बराबरी पर रहे, दोनों ने 577 अंक बनाए।
हालाँकि, वाल्टर के अतिरिक्त इनर-10 ने उन्हें बढ़त दिला दी, जिससे सिंह पदक की दौड़ से बेहद कम अंतर से बाहर हो गए।
सिंह के साथी अर्जुन सिंह चीमा को भी पूरे आयोजन में कठिनाइयों का सामना करना पड़ा।
मजबूत शुरुआत के बावजूद, चीमा का प्रदर्शन खराब हो गया, खासकर चौथी सीरीज में, जिससे रैंकिंग में काफी गिरावट आई।
उन्होंने प्रतियोगिता का समापन 18वें स्थान पर किया और अंतिम राउंड से चूक गए।
यह परिणाम भारतीय निशानेबाजी दल के लिए एक बड़ा झटका था, जिसकी सिंह और चीमा पर बहुत उम्मीदें टिकी थीं।
हालाँकि, यह जोड़ी अब मिश्रित टीम स्पर्धा पर ध्यान केंद्रित कर रही है।