नयी दिल्ली, 26 जुलाई (वार्ता) कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने अग्निपथ योजना को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर देश को गुमराह करने का शुक्रवार को आरोप लगाया और कहा कि उन्होंने योजना को लागू करने से पहले सेना से सलाह नहीं ली है।
श्री खड़गे ने आज यहां कहा कि योजना को मनमाने तरीके से लागू किया गया है और इसको लेकर पहले किसी से मशविरा नहीं किया गया है। उन्होंने योजना को युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ बताया और कहा कि इससे उनका भविष्य चौपट हो रहा है इसलिए इसको लेकर देश के युवाओं में गुस्सा है। योजना का चारों तरफ इसका विरोध हो रहा है इसलिए सरकार को इसे तुरंत वापस लेना चाहिए।
कांग्रेस अध्यक्ष ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर लिखा “मोदी जी कह रहे हैं कि सेना के कहने पर उनकी सरकार ने अग्निपथ योजना लागू की थी, ये सरासर झूठ है और पराक्रमी सेना का अक्षम्य अपमान है। मोदी जी, साफ़-साफ़ झूठ और भ्रम फ़ैला रहें हैं।”
श्री खड़गे ने पूर्व सेना अध्यक्ष का जिक्र करते हुए कहा “पूर्व सेनाध्यक्ष (सेवानिवृत्त) जनरल एमएम नरवणे जी ने रेकॉर्ड पर कहा है कि ‘अग्निपथ’ योजना में चार वर्षों की सेवा के बाद 75 प्रतिशत लोगों को रखना था और 25 प्रतिशत लोगों को सेवानिवृत्त करना था। पर मोदी सरकार ने इससे उल्टा किया और ये योजना तीनों सैन्य बलों में जबरदस्ती लागू कर दी।
खबरों के मुताबिक, पूर्व सेनाध्यक्ष नरवणे ने अपनी उस क़िताब में, जिसे मोदी सरकार ने प्रकाशित होने से रोक रखा है, में यह भी कहा है कि ‘अग्निपथ’ योजना सेना के लिए चौंका देने वाली थी और नौसेना तथा वायुसेना के लिए यह वज्रपात की तरह थी।”
श्री खड़गे ने कहा, “आख़िर छह महीनों की ट्रेनिंग के बाद मोदी जी किस स्तर के सैनिकों का निर्माण कर रहे हैं। ना उन्हें किसी ऑपरेशन का अनुभव होगा ना ही उनमें परिपक्वता होगी। सैनिक देशभक्ति के जज़्बे से सेना में शामिल होते हैं, जीविकोपार्जन के लिए नहीं। कई सेवानिवृत्त अधिकारियों ने इस योजना की कड़ी आलोचना करते हुए कहा है कि ये राष्ट्रीय सुरक्षा और ग्रामीण युवाओं की देशभक्ति भावनाओं से खिलवाड़ की तरह इसलिए इस योजना को पूरी तरह से समाप्त कर दिया जाना चाहिए। ये सब रेकॉर्ड पर है।”
उन्होंने कहा, “अग्निवीर को कोई पेंशन नहीं मिलती, कोई ग्रेच्युटी नहीं मिलती, कोई फेमिली पेंशन मिलती, कोई उदर पारिवारिक पेंशन नहीं मिलती और बच्चों की पढ़ाई के लिए कोई शिक्षा भत्ता नहीं मिलता। अब तक 15 अग्निवीर शहीद हो चुके हैं। प्रधानमंत्री जी को कम से कम उनकी शहादत का तो मान रखना चाहिए। देश के युवाओं में अग्निवीर को लेकर बहुत ज़्यादा गुस्सा है, कड़ा विरोध है। कांग्रेस पार्टी की माँग क़ायम रहेगी – अग्निपथ योजना बंद होनी चाहिए।”