रीवा: रीवा नगर निगम में लगातार अपने वार्ड का प्रतिनिधित्व करने वाले निवर्तमान पार्षद का नाम वोटर लिस्ट से गायब हो गया. उनके साथ ही परिवार के अन्य सदस्यों का नाम भी वार्ड की मतदाता सूची में नही है. निवर्तमान पार्षद चुनाव लडऩे की तैयारी में थे, जब वोटर लिस्ट पर नजर दौड़ाई तो नाम गायब मिला. आनन-फानन इसकी शिकायत कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी से की.नगर निगम के वार्ड 29 के निवर्तमान पार्षद रामप्रकाश तिवारी डैडू ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई है. जिसमें उन्होने बताया कि तीन बार से वार्ड के लोग उन्हे अपना पार्षद चुन रहे हैं. लेकिन वोटर लिस्ट से नाम गायब है.
उन्होने आरोप लगाते हुए कहा कि सत्तादल भाजपा के इशारे पर उनका और परिवार के अन्य सात लोगों का नाम वार्ड की मतदाता सूची से काट दिया गया है. इतना ही नही वार्ड के दूसरे कई लोगों का नाम नजदीक के वार्ड 21 में जोड़ दिया गया है. श्री तिवारी ने बताया कि उन्होने अपने पुराने निवास का कोई पता भी नही बदला और नियमित रूप से वहीं पर निवास कर रहे हैं. जबकि नाम काटने से पहले नियम है कि संबंधित व्यक्त से सम्पर्क किया जाय, लेकिन किसी ने सम्पर्क नही किया. सबको पता था कि निवर्तमान पार्षद हैं.
विधानसभा की वोटर लिस्ट में नाम शामिल
कांग्रेस के निवर्तमान पार्षद रामप्रकाश तिवारी ने बताया कि विधानसभा-लोकसभा हेतु प्रकाशित मतदाता सूची में जनवरी 2022 में उनका और परिवार के सदस्यों का नाम था. इसके बाद नगरीय निकाय चुनाव के लिये मतदाता सूची तैयार की गई और साजिश के तहत नाम काट दिया गया. उन्होने कहा कि केवल दो सदस्यों का नाम बचा है. उनका आरोप है कि एक ओर सरकार मतदात को लेकर जन जागरूकता अभियान चला रही है और दूसरी तरफ साजिश के तहत विपक्षी लोगों के नाम काटे जा रहे है.
चुनाव आयोग से मार्गदर्शन लेगें: कलेक्टर
मतदाता सूची से निवर्तमान पार्षद का नाम गायब होना कहीं न कहीं व्यवस्था पर सवाल खड़ा करता है. इस मामले की शिकायत कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी मनोज पुष्प तक पहुंची. उन्होने कहा कि पहले स्थानीय स्तर पर इसकी जांच करायेगें कि आखिर यह कैसे हुआ. वर्तमान मतदाता सूची में कोई बदलाव नही किया जा सकता. आवश्यक हुई तो चुनाव आयोग से मार्गदर्शन मांगा जायेगा. वहां से निर्देश मिलने के बाद ही अगली कार्यवाही होगी.