ग्वालियर: कांग्रेस के पूर्व प्रदेश प्रवक्ता ऋषभ भदौरिया ने घरेलू क्लेश में शक के चलते पत्नी भावना की गोली मारकर हत्या कर दी। घटना के समय दोनों बच्चे करीब ही थे। वारदात से पहले पति-पत्नी में झगड़ा हुआ। जब अपनी जान बचाने के लिए पत्नी बाहर भागी तो ऋषभ ने उसके सिर में गोली मारकर हत्या कर दी।पड़ोसियों के मुताबिक एक महीने से पति – पत्नी में विवाद चल रहा था। ऋषभ को शक था कि भावना उससे कुछ बातें छिपाती है। हत्या के बाद आरोपी पिस्तौल लेकर फरार हो गया। पुलिस ने भावना के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और मामले की जाँच शुरू कर दी।
यह दुःखद घटना थाटीपुर इलाके में भदौरिया मार्केट के समीप हुई। यहां रहने वाला ऋषभ भदौरिया कांग्रेस का सक्रिय नेता है। वह प्रदेश प्रवक्ता भी रह चुका है और आदतन अपराधी भी है। आज तड़के उसने पत्नी भावना से झगड़ा किया। उसे शक था कि पत्नी उससे कुछ छिपा रही है। विवाद के दौरान ऋषभ ने जोर से चिल्लाना शुरू कर दिया जिससे पास ही में सो रहे दोनों बच्चों की नींद खुल गई। इसी बीच पत्नी जान बचाने के लिए बाहर की तरफ भागी, अभी वह आंगन में आई ही थी कि तभी ऋषभ ने फायर कर दिया। सिर में गोली लगी और मौके पर ही उसकी मौत हो गई। आरोपी हथियार लेकर फरार हो गया।
पुलिस को इस वारदात की सूचना ऋषभ के पिता कृष्णकांत ने दी।पुलिस ने प्रारंभिक जांच में शक को ही हत्या की वजह माना है। असली वजह का खुलासा आरोपी की गिरफ्तारी के बाद ही होगा। उनके परिवार का कोई भी सदस्य फिलहाल इस बारे में कुछ भी बता नहीं रहा है। पुलिस बच्चों एवं अन्य परिजनों से बात कर कारण पता लगाने का प्रयास कर रही है।
पुलिस को मौके पर कोई भी हथियार नहीं मिला है। जिसकी वजह से ये पता नहीं चल सका कि आरोपी ने किस हथियार का उपयोग कर पत्नी की हत्या की है। फोरेंसिक एक्सपर्ट ने पुलिस को राय दी है कि जिस तरह गोली सिर में लगी है और घाव हुआ है उससे यह साफ है कि पिस्टल से गोली चलाई गई है।
आपराधिक रिकॉर्ड है ऋषभ का
आरोपी कांग्रेस नेता का आपराधिक रिकॉर्ड है। वह सन् 2001 में अपनी बहन की हत्या कर चुका है। इसके बाद चेतकपुरी में हुई एक लूट में भी उसका नाम था। 2 अप्रैल 2018 को ग्वालियर के थाटीपुर से शुरू हुई जातिगत हिंसा को लेकर भी उस पर दो मामले दर्ज हुए थे। ऋषभ के खिलाफ साल 2020 में जिला बदर की कार्रवाई का नोटिस भी जारी किया गया था। आरोपी पर लूट और 4 हत्याओं का पहले से ही केस भी दर्ज है।