नवभारत न्यूज
खंडवा। महापर्व गुरुपूर्णिमा पर दो दिनों शहर दादाजीमय हो गया। चारों ओर दादाजी महाराज के जयकारों के स्वर गुंजायमान थे। हर शख्स दादाजी की भक्ति में लीन दिखा। भक्ति की शक्ति देखते ही बन रही थी। दादाजी के दर्शन के लिए श्रद्धालु नंगे पैरों से सैकड़ों किमी की पैदल यात्रा करके बिना थके दादाजीधाम पहुंचे।
तीन दिन से श्रद्धालुओं की आगवानी में लगे दादाजी भक्त बिना रुके उनकी सेवा में लगे रहे। मुख्य दिवस शनिवार को लाखों श्रद्धालु दादाजीधाम पहुंचे थे। रविवार भी भक्तों का सैलाब ऐसा उमड़ा कि यह संख्या पांच लाख को पार कर गई। रात्रि में दादाजी धाम पर लाखों की संख्या में गुरूभक्तों ने उपस्थित होकर महाआरती में भाग लिया।
400 से ज्यादा स्टॉल
शहर के नागरिकों व सामाजिक संस्थाओं के कार्यकर्ताओं ने चाय, दूध, ब्रेड के साथ पोहा, जलेबी, इमरती, मालपुआ, हलवा, गुलाब जामून, दही बड़े, रस गुल्ले, समोसा, आलू बड़ा, भजिये के स्टॉलों के साथ भोजन स्वरूप पुरी-सब्जी, चावल पुलाव, नुक्ती, कड़ी, दाल-बाटी के स्टॉल लगाकर एवं कई स्थानों पर बैठाकर एवं बफे सिस्टम में प्लेट के माध्यम से भोजन प्रसादी भक्तों को ग्रहण कराई।
यह सेवा भी नि:शुल्क
भक्तों की सेवा के लिए बस स्टॉफ से दादाजी धाम तक नि:शुल्क ऑटों रिक्शा, तांगे व मेटाडोर के माध्यम से दादाजी धाम के समीप भक्तों को पहुंचाया गया। जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन के साथ निगम प्रशासन ने भी सफाई व्यवस्था एवं पेयजल वितरण व्यवस्था को लगातार बनाए रखा। इतनी बड़ी संख्या में पहुंचे दर्शनार्थियों को किसी प्रकार की कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ा।
रिकॉर्ड भक्त पहुंचे
गुरुपूर्णिमा पर्व पर इस वर्ष भक्तों की संख्या रिकार्ड दर्ज की गई। मुख्य दिवस शनिवार को श्रद्धालुओं की संख्या 2 लाख के आंकड़े को छू गई। दूसरे दिन रविवार को भी श्रद्धालुओं की संख्या रिकार्ड दर्ज कर गई। करीब चार लाख श्रद्धालुओं ने मंदिर की मुख्य समाधि पर मत्था टेककर दादाजी महाराज के दर्शनों का लाभ लिया। शहर का हर मार्ग, हर चौराहा, हर गली श्रद्धालुओं से सटी पड़ी थी।