दूरदूरा गांव पहुंच मृतक के परिवारजनों को बंधाया ढाढस, एसडीएम एवं एसडीओपी को दी नसीहत
नवभारत न्यूज
सिंगरौली 17 जुलाई। चितरंगी थाना क्षेत्र के दूरदूरा गांव निवासी लाल ेबंसल की भाजयुमो मण्डल अध्यक्ष मौहरिया अभिषेक पाण्डेय ने पिछले दिनों गोली मारकर हत्या कर दिये जाने के बाद यह मामला इन दिनों सुर्खियों में आ गया है।
मध्यप्रदेश विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष उमंग सिधार एवं उप नेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे आज दिन बुधवार को भोपाल से चलकर दूरदूरा गांव पहुंच मृतक के परिजनों से मिलकर सांत्वना देते हुये ढाढस बंधाया और उनके दुख-दर्द को जाना। इस दौरान कहा कि न्याय की लड़ाई में कांग्रेस दलित परिवार के साथ है। न्याय की लड़ाई जारी रहेगी। नेता प्रतिपक्ष ने भाजपा के डॉ. मोहन यादव के सरकार पर हमला करते हुये कहा कि भाजपा युवा मोर्चा मौहरिया मण्डल के अध्यक्ष अभिषेक पाण्डेय ने दलित युवक लाले बंसल की गोल मारकर हत्या कर दी। सिर्फ यही एक घटना नही, पूरे प्रदेश में बीजेपी नेता जनता पर इसी तरह अत्याचार कर रहे हैं। कांग्रेस पार्टी इस तरह की गुण्डागर्दी नही होने देगी। उन्होंने पीड़ित परिवार की एक-एक बातों को सुन हिम्मत दी एवं न्याय दिलाने का आश्वासन दिया। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार द्वारा दलित परिवार पर दबाव बनाया जा रहा है। परिवार सरकार से न्याय मांगने पर मजबूर है। इस घटना के चलते दलित परिवार में भय की स्थिति है। सरकार द्वारा पीड़ित परिवार को सुरक्षा नही दी जा रही है। यह घटना हमारी कानून व्यवस्था पर प्रश्र चिन्ह है। दलित अत्याचारों में म.प्र. दिन प्रतिदिन अब्बल बनता जा रहा है। पीड़ित दलित परिवार के अनुसार उन्हें न्याय मांगने पर परेशान किया जा रहा है। इस दौरान जिला अध्यक्ष ज्ञानेन्द्र द्विवेदी, पूर्व विधायक सरस्वती सिंह, लल्लाराम पाण्डेय, पूर्व मंत्री बंशमणि प्रसाद वर्मा, निवर्तमान प्रदेश महामंत्री अमित द्विवेदी, राजेश सिंह, संकठा सिंह सहित भारी संख्या कांग्रेस पार्टी के नेता , पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता मौजूद थे।
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पोस्टमार्टम के समय भाई को बाहर क्यों रखा
विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष ने पीड़ित परिवारजनों से मुलाकात करते समय मौके पर मौजूद एसडीएम एवं एसडीओपी चितरंगी से सवाल करते हुये कहा कि जिस वक्त मृतक लाले बंसल के शव का पोस्टमार्टम हो रहा था। उस वक्त मृतक के भाई सहित अन्य परिवारजनों को बाहर क्यों रखा। पंचनामा में किसकी साईन है। परिवार से सहमत क्यों नही ली गई। 164 का बयान क्यों नही कराया गया। पीड़ित पक्ष का अभी तक बयान नही हुआ। एसडीएम को कड़े शब्दों में कहा कि आप प्रशासनिक अधिकारी है। आप की भी जवाब देही है। मैने एसडीओपी को भी बता दिया। वही जिला अध्यक्ष ज्ञानेन्द्र द्विवेदी ने भी कई तरह के सवाल खड़ा करते हुये कहा कि इन गरीब दलित परिवार को न्याय कैसे मिलेगा।