गाजा 16 जुलाई (वार्ता) मध्य गाजा पट्टी में नुसेरात शरणार्थी शिविर को निशाना बनाकर किए गए इजरायली हवाई हमले में कम से कम नौ फिलिस्तीनी मारे गए है।
फिलिस्तीनी सूत्रों ने सोमवार को यह जानकारी दी।
सुरक्षा सूत्रों ने बताया कि इजरायली हवाई हमले में एक घर को मिसाइल से निशाना बनाया गया। हमले में घर नष्ट हो गया और पड़ोसी घरों को भी नुकसान पहुंचा।
चिकित्सा सूत्रों ने बताया कि हवाई हमले में नौ लोग मारे गए और कई अन्य घायल हो गए। सभी को अस्पताल ले जाया गया। इस घटना पर इजरायली सेना की ओर से तत्काल कोई टिप्पणी नहीं की गई।
हमास मीडिया कार्यालय ने सोमवार को ही एक बयान में कहा कि पिछले 48 घंटों में गाजा पट्टी में ”इजरायली सेना द्वारा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिबंधित हथियारों” के इस्तेमाल के कारण 320 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए या घायल हुए।
बयान में कहा गया कि हमास हमले के लिए अमेरिकी प्रशासन को कानूनी और नैतिक रूप से पूरी तरह से जिम्मेदार मानता है क्योंकि उसने इजरायली सेना को ”विभिन्न प्रकार के अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिबंधित हथियार” दिए हैं।
इस बीच हमास की सशस्त्र शाखा अल-क़स्साम ब्रिगेड ने घोषणा की कि पश्चिमी गाजा शहर के तेल अल-हवा पड़ोस में दो टैंकों में बची हुई मिसाइल के विस्फोट के कारण कुछ इज़रायली सैनिक मारे गए और घायल हो गए।
सोमवार को ही निकट पूर्व में फिलिस्तीन शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र राहत और कार्य एजेंसी (यूएनआरडब्ल्यूए) ने कहा कि गाजा में इसका मुख्यालय युद्ध के मैदान में बदल गया है और अब इसे ध्वस्त कर दिया गया है।
यूएनआरडब्ल्यूए के आयुक्त-जनरल फिलिप लेज़ारिनी ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म एक्स पर कहा ”अंतर्राष्ट्रीय मानवीय कानून की घोर अवहेलना का एक और प्रकरण। संयुक्त राष्ट्र की सुविधाओं को हर समय संरक्षित किया जाना चाहिए। इनका उपयोग कभी भी सैन्य या लड़ाई के उद्देश्यों के लिए नहीं किया जाना चाहिए।”
उल्लेखनीय है कि इज़रायल ने सात अक्टूबर 2023 को दक्षिणी इज़रायली सीमा के माध्यम से हमास के हमले का बदला लेने के लिए गाजा पट्टी में हमास के खिलाफ़ बड़े पैमाने पर आक्रमण किया। हमले के दौरान लगभग 1,200 लोग मारे गए और 200 से अधिक अन्य को बंधक बना लिया गया।