कानपुर (वार्ता) उत्तर प्रदेश में कानपुर जिले के हंस नगर में वृक्षारोपड़ पखवाड़ा के मौके पर हरित क्रांति के संकल्प के साथ वृक्षारोपड़ अभियान का शुभारंभ किया गया।
हंस मन्दिर-मानव उत्थान सेवा समिति के तत्वावधान में शुरु हुये इस कार्यक्रम में पर्यावरण संतुलन के लिये वृक्षों की महत्ता पर प्रकाश डाला गया। इस अवसर पर डा केएन सिंह,योजना निदेशक,वन,पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग व उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग ने लोगों से अपनी माँ के नाम पौधे लगाने की अपील की। उन्होने कहा कि आयुर्वेद औषधियों से युक्त वृक्ष स्वस्थ मानव जीवन के लिये वरदान के समान है। उन्होने सुझाव दिया कि बुख़ार,हैजा,कालरा समेत सभी संक्रामक रोगों से प्रतिरोधकता के लिए पांच पीपल पत्ते ,एक मुट्ठी भर लट्जीरा पत्ते,एक छोटी पीपल ,एक लौंग का सेवन सुबह शाम करना चाहिये।
हंस मंदिर प्रभारी साध्वी चंदन बाई ने कहा कि वृक्ष के बगैर धरती पर जीवन की कल्पना करना असंभव है। आज ग्लोबल वार्मिंग, वायु प्रदूषण, बाढ़ , जलवायु प्रदूषण जैसे संकटों का सामना कर रहा है। प्रकृति अपना स्वभाव बदल रही है जो चिंता का विषय है। अत: हम सभी का कर्तव्य है कि वनीकरण जैसे अभियान से जुड़कर प्रकृति को बचाने में अपना योगदान दें।