काठमांडू 15 जुलाई (वार्ता) नेपाल में हाल ही में मूसलाधार वर्षा के कारण हुये भूस्खलन में दो यात्री बसों के त्रिशूली नदी में बह जाने के बाद लापता करीब 62 यात्रियों में से 11 के शव बरामद किये गये हैं।
अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि गत शुक्रवार की सुबह नारायणघाट-मुगलिंग सड़क खंड पर सिमलताल के पास भूस्खलन के कारण त्रिशूली नदी में बह गई दो बसों के लापता 62 यात्रियों की तलाश और बचाव अभियान आज भी जारी रहा। भारी बारिश के कारण नेपाल में कई जगहों पर भारी भूस्खलन हुआ।
काठमांडू पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार इस आपदा ने हिमालयी राष्ट्र के कई क्षेत्रों को तबाह कर दिया जिसके कारण व्यापक रूप से नुकसान हुआ।
त्रिवेणी पुलिस प्रमुख महेश रायमाझी के अनुसार त्रिवेणी धाम में गंडक बैराज में दो शव फंसे हुए पाए गए और उन्हें निकालने के लिए आज दो स्लुइस गेट बंद कर दिए गए। काठमांडू पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार चितवन जिला पुलिस ने भरतपुर मेट्रोपॉलिटन सिटी के एक युवक (22) और रौतहट जिले के किशोर (17) की पहचान पीड़ितों के रूप में की है।
चितवन के मुख्य जिला अधिकारी इंद्रदेव यादव ने पुष्टि की कि काठमांडू से गौर जाने वाली बस के लिए टिकट काउंटर पर 27 यात्रियों के नाम दर्ज किए गए थे। उन्होंने कहा कि उनके रिश्तेदारों के अनुसार यह पुष्टि की गई है कि बस में 11 और लोग यात्रा कर रहे थे। टिकट काउंटर पर रखे गए रिकॉर्ड के अनुसार बीरगंज से काठमांडू जाने वाली बस में कुल 23 यात्री थे। अधिकारी ने कहा कि उनके रिश्तेदारों के अनुसार बस में चार और लोग सवार थे।
रिपोर्ट के अऩुसार गणपति डीलक्स बस में सवार तीन यात्री वाहन से कूदकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचने में सफल रहे। उन्होंने कहा, ‘यह पाया गया है कि बुकिंग रसीद पर शुरू में बताए गए यात्रियों से ज़्यादा यात्री थे। उनके विवरण खोजने के प्रयास जारी हैं।’ लापता पीड़ितों का पता लगाने के लिए रीच एंड रेस्क्यू अंडरवाटर इंस्पेक्शन कैमरा, वाटर बोट और गोताखोरों का इस्तेमाल किया जा रहा है।