दतिया: लोकायुक्त पुलिस ने सिचाई विभाग में पदस्थ कार्यपालन यंत्री को 35 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। कार्यपालन यंत्री ने ठेकेदार के बिलों का भुगतान करने के लिए पेमेंट की रकम का 17 परसेंट रिश्वत की मांग की थी। कार्यपालन यंत्री बिना रिश्वत के बिलों का भुगतान नहीं कर रहा था। इस पर फरियादी ठेकेदार ने परेशान होकर लोकायुक्त की शरण ली।
सिचाई विभाग में पदस्थ कार्यपालन यंत्री प्रेम कुमार पाठक को राजघाट तिराहा स्थित उन्ही के ऑफिस में 35 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथो पकड़ा है। गोहद जिला भिंड निवासी ठेकेदार आशुतोष श्रीवास्तव ने बताया कि उसने मणिखेड़ा डैम पर बीटी पंप और सायरन लगाने का काम किया था। ठेकेदार ने यह काम अगस्त 2021 में पूरा कर दिया था। इस पूरे काम का टोटल पेमेंट 4 लाख 96 हज़ार रुपए हुआ था। इसका भुगतान करने के लिए कार्यपालन यंत्री प्रेम कुमार पाठक ने मुझसे भुगतान के बिल के 17 परसेंट रिश्वत की मांग की थी। यह रकम 84 हज़ार रुपए हो रही थी। इस रकम को हमें किस्तों में देना थी।
लोकायुक्त इंस्पेक्टर रानीलेता नामदेव ने बताया कि लोकायुक्त अधीक्षक को 10 मई को फरियादी आशुतोष श्रीवास्तव ने शिकायती आवेदन दिया था। जिसमें उन्होंने उल्लेख किया था। कि दतिया में राजघाट विभाग में पदस्थ कार्यपालन यंत्री प्रेम कुमार पाठक उनके बिलों के भुगतान के एवज में 17 परसेंट रिश्वत की मांग कर रहे हैं। मामले को संज्ञान में लेते हुए आज कार्यपालन यंत्री को 35 हज़ार की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा है।