खेतों में फसलों पर कीट प्रकोप का अंदेशा बढ़ जाएगा
खंडवा: मानसून अजीब खेल खेल रहा है। अंडमान से उठा केरल मानसून हवाओं के बहाव में यहां तक नहीं पहुंचा। निमाड़ को मुंबई मानसून का आसरा रहता है। वह भी खंड-खंड होकर ग्वालियर की तरफ चला गया। अब गुरू पूर्णिमा का ही इंतजार लोगों को है। हल्की जमीन वाली फसलें कुम्हला रही हैं। किसानों की धुकधुकी बंध गई है। कईयों ने उधार लेकर फसल बोई। कईयों को आने वाली फसल से बच्चों की शादी, स्कूल की फीस की जुगत करना है।
कहीं बारिश ने कहर मचा रखा है। निमाड़ समेत कुछ जिलों में में मौसम की बेरुखी से आमजन के साथ किसान परेशान हैं। जिन्होंने सिंचाई कर फसलें बचा ली हैं। उन्हें,दो से तीन दिन में बारिश नहीं हुई तो खेतों में खड़ी फसलों पर कीट प्रकोप का अंदेशा बढ़ जाएगा।पंद्रह दिन में मानसून का लगभग आधा सीजन खत्म हो जाएगा।
शहरवासियों को अब भी झड़ी का इंतजार है। जुलाई भी आधा खत्म हो रहा है। बारिश के सिस्टम ऊपरी हिस्से से गुजर जा रहे हैं। इसलिए प्रदेश के अन्य जिलों में अच्छी बारिश हो रही है। यहां कोटा पूरा नहीं हो रहा।रुक-रुककर ही बूंदाबांदी हो रही है। यह खंड वर्षा है। यानी एक स्थान पर बारिश तो दूसरे हिस्से में तेज धूप निकलती है। अभी तक जुलाई में कहीं कहीं हल्की और मध्यम बारिश हुई। इसे बूंदाबांदी कहा जा सकता है।