मंत्री विजयवर्गीय ने कहा: 30 सितंबर 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य
नवभारत न्यूज,
बुरहानपुर। वर्तमान में चल रहे विधानसभा सत्र में आज ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के माध्यम से पूर्व मंत्री एवं विधायक श्रीमती अर्चना चिटनिस ने बुरहानपुर में अर्बन डेवलपमेंट कंपनी द्वारा बुरहानपुर जल आवर्धन योजना का कार्य समय पर पूरा नहीं किए जाने और खोदी गई सडक़ों से नागरिकों को होने वाली समस्याओं का मुद्दा उठाया। ध्यानाकर्षण की सूचना पर विधानसभा में चर्चा में श्रीमती चिटनिस ने बताया कि योजनांतर्गत अनेक स्थानों पर सडक़ की सतह से बहुत कम गहराई पर पाईप लाईन डाली गई है जो भविष्य में संचालन संधारण की समस्या उत्पन्न करेगा। पाईप लाईन डालने के दौरान सडक़ों की खुदाई करने के कारण सडक़ों की हालत बेहद खराब हो गई है। सदन में ध्यानाकर्षण की सूचना का उत्तर प्रस्तुत करते हुए नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय एवं नगरीय विकास एवं आवास राज्य मंत्री श्रीमती प्रतिभा बागड़ी ने 30 सितंबर 2024 तक योजना को पूर्ण करने,आईआईटी इंदौर से योजना की जांच कराने तथा आंतरिक सडक़ों के रेस्टोरेशन के लिए आवश्यक राशि स्वीकृत करने की घोषणा की।
श्रीमती अर्चना चिटनिस ने कहा कि नगर निगम बुरहानपुर के लिए स्वीकृत बुरहानपुर जलावर्धन योजना का क्रियान्वयन एमपीयूडीसी द्वारा किया जा रहा है। 163 करोड़ से भी अधिक लागत की इस योजना पर कार्य वर्ष 2017 में प्रारंभ हुआ था किन्तु योजना अभी तक पूर्ण नहीं हो सकी है। इस विलंब से सरकार के प्रति नागरिकों में गंभीर असंतोष व्याप्त है।
जवाब में मंत्री श्रीमती प्रतिमा बागरी ने कहा कि बुरहानपुर जल आवर्धन योजना का काम राज्य शासन नगर निगम बुरहानपुर समेत त्रिपक्षीय एजेंसी के माध्यम से कराया जा रहा है। इस योजना में 142.17 करोड़ का अनुबंध दिल्ली की कंपनी से किया गया है 2017 में किए गए अनुबंध के बाद समय समय पर राशि भेजी गई है। अनुबंध के अनुसार में 2019 में काम पूरा होना था लेकिन भूमि मिलने में देरी के कारण इसमें विलंब हुआ है। प्रावधान अनुसार कंपनी की लिक्विडिटी डैमेजेस के लिए आवश्यक राशि रोकी जा रही है। अब इस योजना का कार्य 30 सितंबर 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य है।
श्रीमती चिटनिस ने इस पर कहा कि ताप्ती नदी पर जो इंटेक वेल बनाया गया है वह योजना शुरू होने के पहले ही टूट गया है। मंत्री द्वारा काम पूरे होने की जो समय.सीमा बताई जा रही है उसमें काम पूरा होना संभव नहीं है। अब तक इसका काम करने वाली कंपनी 11 बार एक्सटेंशन ले चुकी है। कंपनी द्वारा डाली जाने वाली पाईप लाईन की जांच थर्ड पार्टी एजेंसी से कराई जाए। सडक़ों के रेस्टोरेशन के लिए बुरहानपुर को आवश्यक अतिरिक्त राशि दी जाए। इस पर मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि कार्य की गुणवत्ता की आईआईटी इंदौर की टीम से जांच कराई जाएगी। श्री विजयवर्गीय ने कहा कि बुरहानपुर की सडक़ें इस योजना के कारण टूटी हैं। सडक़ों को दुरुस्त करने के लिए आवश्यक राशि का आकलन करके रेस्टोरेशन के लिए फं ड दिया जाएगा।
श्रीमती चिटनिस ने योजना को लेकर बरती गई कमियों से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि योजना के एनीकट का ड्राइंग डिजाइन सही नहीं होने के कारण विगत वर्ष बारिश के दौरान एनीकट के दोनों किनारों से मिट्टी बह गई है जिसके कारण दोनों किनारों पर एमबैंकमेंट का कार्य किया जा रहा है जिससे योजना की लागत लगभग 10 करोड़ रुपए से भी अधिक बढ़ गई है। योजनांतर्गत शहर के अंदर डाली गई डिस्ट्रीब्यूशन पाईप लाईन को बहुत कम गहराई पर डाला गया है जिसके कारण आने वाले समय में पाईप लाईन में टूट फू ट और अवैध कनेक्शन की प्रबल आशंका है जिससे योजना की संचालन संधारण लागत बढ़ेगी। योजना के प्रावधानों के अनुरूप गहराई पर पाईप लाईन नहीं डाली गई है जो जाँच का विषय है। योजना प्रारंभ से 7 वर्ष की अवधि बीतने के उपरांत भी 12 वितरण जोन में से एक जोन का भी कार्य पूरा नहीं हो सका है।
मौसम आधारित फसल बीमा योजना को लेकर भी कराया ध्यानाकर्षण
पूर्व मंत्री एवं विधायक श्रीमती अर्चना चिटनिस ने विधानसभा में मध्यप्रदेश में उद्यानिकी फसलों एवं केला फसल का मौसम आधारित फसल बीमा योजना नहीं होने को लेकर ध्यानाकर्षित कराकर शीघ्रता.शीघ्र योजना का लाभ प्रदेश के किसानो को दिए जाने की मांग रखी। जिस पर प्रदेश के उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग नारायणसिंह कुषवाह ने उत्तर देते हुए श्रीमती चिटनिस के द्वारा किए जा रहे प्रयासों की प्रशंसा कर जल्द केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराजसिंह चौहान से मुलाकात कर समस्या के समाधान की बात कही। उन्होंनेे कहा कि मध्यप्रदेश में विगत 5 वर्षों से उद्यानिकी फसलों का मौसम आधारित बीमा नहीं हो पा रहा है। जिससे आपदा के समय किसानों को लाभ नहीं मिल पाता। भारत सरकार द्वाररा मौसम आधारित बीमा हेतु नियमों में परिवर्तन किया हैए इसलिए मध्यप्रदेश सरकार को उनकी पूर्ति कर हमारे किसान भाईयों को अतिशीघ्र इस महत्वाकांक्षी योजना का लाभ दिलाने की आवश्यकता है। श्रीमती चिटनिस ने मध्यप्रदेश में उद्यानिकी फसलों एवं केला फसल का मौसम आधारित फसल बीमा योजनांतर्गत बुरहानपुर सहित प्रदेश के कृषकों को लाभ प्रदान करने की मांग रखी। साथ ही एडब्ल्यूएस स्थापना होने तक वर्ष 2024.25 एवं वर्ष 2025.26 में वर्ष 2019.20 के दिशा.निर्देश अनुसार ही मौसम आधारित फसल बीमा योजना का क्रियान्वयन किए जाने के निर्देश जारी कर किसानों को लाभांवित करने की भी मांग रखी। श्रीमती चिटनिस ने कहा कि मौसम आधारित फसल बीमा योजना का लाभ किसानों को मिलना अत्यंत आवश्यक है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी महत्वाकांक्षी योजना क्रियान्वयन ना हो पाना चिंता का विषय है।