आर्थिक परिवर्तन में भारत अग्रणी: मार्सेलस

नयी दिल्ली 05 जुलाई (वार्ता) पोर्टफोलियो प्रबंधन सेवायें प्रदान करने वाली कंपनी मार्सेलस इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स ने आज कहा कि भारत आर्थिक परिवर्तन में अग्रणी है और देश में नए निवेश अवसरों को बढ़ावा देने वाले तीन परिवर्तनकारी कारक हैं।

उसने कहा कि बोर्डरूम अवसरों का लोकतंत्रीकरण, 300 अरब डॉलर का चीन प्लस वन अवसर और भारतीय महिलाओं का सशक्तीकरण इसमें शामिल है।। उभरते बाजार में भारत और चीन दोनों ने ही बड़ी संख्या में लगातार ऐसी कंपनिया जिन्होंने एक दशक में लगातार 10 प्रतिशत सालाना राजस्व वृद्धि और 10 प्रतिशत रिर्टन हासिल किया है, का निर्माण किया है। हालांकि, भारत न सिर्फ लगातार इनकी संख्या में चीन से आगे है, बल्कि अपने चीनी समकक्षों की तुलना में शेयरधारक रिटर्न को दोगुना से अधिक देकर बेहतर प्रदर्शन भी करता है।

चीन प्लस वन अवसर के साथ भारत एक बड़े आर्थिक परिवर्तन के मुहाने पर खड़ा है। चूंकि वैश्विक व्यवसाय चीन से दूर अपनी आपूर्ति श्रृंखलाओं में विविधता लाने की कोशिश कर रहे हैं, इसलिए भारत को इसका काफी लाभ मिलने की उम्मीद है। स्मार्टफोन, एक्टिव फार्मास्युटिकल इंग्रीडिएंट्स (एपीआई) और मेडिकल डिवाइस जैसे प्रमुख क्षेत्रों से इस वृद्धि को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है, जो संभावित रूप से भारत की अर्थव्यवस्था में अतिरिक्त 300 अरब डॉलर का योगदान देगा। इस अवसर को भारत सरकार की सक्रिय नीतियों द्वारा और बढ़ावा मिलता है, जो वैश्विक व्यवसायों को भारत में निवेश करने के लिए प्रोत्साहित करती हैं, जिससे सतत आर्थिक विकास के लिए अनुकूल वातावरण बनता है।मार्सेलस इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स के संस्थापक और मुख्य निवेश अधिकारी सौरभ मुखर्जी ने कहा, “भारत एक ऐसे महत्वपूर्ण मोड़ पर है, जहां लोकतांत्रिक अवसरों, रणनीतिक आर्थिक स्थिति और महिलाओं के सशक्तीकरण का संगम अभूतपूर्व विकास के लिए मंच तैयार कर रहा है। छोटे शहरों से नए उद्यमियों का उदय, चीन प्लस वन अवसर की संभावना और भारतीय महिलाओं की बढ़ती आर्थिक शक्ति भारत के भविष्य को आकार देने वाले प्रमुख चालक हैं। मार्सेलस में, हम अपने हितधारकों के लिए दीर्घकालिक मूल्य को अनलॉक करने के लिए इन परिवर्तनकारी रुझानों की पहचान करने और उनमें निवेश करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”

उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में भारत के कारोबारी माहौल में महत्वपूर्ण बदलाव हुए हैं, जिससे एक ऐसा युग विकसित हुआ है, जिसमें समाज के व्यापक वर्ग को अवसर सुलभ हो रहे हैं। छोटे शहरों और कम सुविधा प्राप्त पृष्ठभूमि से नए उद्यमियों का उदय इस बदलाव का उदाहरण है। भारत के डिजिटल और भौतिक एकीकरण ने इन व्यक्तियों को प्रमुखता हासिल करने, पारंपरिक सत्ता संरचनाओं को चुनौती देने और एक नया उद्यमी और पेशेवर वर्ग बनाने में सक्षम बनाया है।

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