ग्वालियर: हनुमान जन्मोत्सव के जुलूस की निगरानी पुलिस ड्रोन के माध्यम से कर रही थी। रामनवमी के मौके पर खरगौन जिले में हुई हिंसा को लेकर ग्वालियर पुलिस अलर्ट मोड़ पर थी एक -एक कदम फूंक-फूंक कर रख रही थी। वहीं दूसरी ओर हिन्दू सेना को प्रशासन की अनुमति के बिना जुलूस निकाल रही थी। हिन्दू सेना द्वारा निकाले जा रहे रैली की मॉनीटरिंग मप्र पुलिस का खुफिया विभाग के डीआईजी और ग्वालियर एसएसपी अमित सांघी स्वयं कर रैली के आसपास एहतियात के तौर भारी पुलिस बल के साथ एएसपी सत्येंन्द्र सिंह तोमर, एएसपी राजेश दंडोतिया, सीएसपी आत्माराम शर्मा, विजय भदौरिया, टीआई संतोष यादव, रामनरेश यादव, राजीव गुप्ता, संतोष मिश्रा और महेश शर्मा आदि रैली को चारों ओर से घेरे हुए थे। ऐसी स्थिति में भी हिन्दू सेना के कार्यकर्त्ता आपागंज में घुसना चाहते थे। इसके लिये पुलिस ने चारों ओर बैरिकेडिंग कर रखी थी।
हिन्दू सेना द्वारा निकाली जा रही रैली पंचमुखी हनुमान मंदिर से प्रारंभ होकर तारांगंज के शनिवार से होती आंग्रे की गोठ से होते हुए गाढवे की गोठ, माधवगंज चौराहा, से महाराज बाड़े पर पहुंच समाप्त हुई।हिन्दू सेना की रैली का लाइव प्रसारण देख रहे थे पीएचक्यू में बैठे अधिकारी
रैली पर नजर पुलिस हैड क्वार्टर से भेजे गये ड्रोन के माध्यम से एक एक हरकत पर नजर रखी जा रही थी। इसके अलावा लाइव व्यू के माध्यम से पीएचक्यू में बैठे अधिकारी रैली का लाइव प्रसारण देख रहे थे।
दूरबीन से रैली पर नजर
खरगौन जिले में रामनवमी की रैली मुसलमानों द्वारा की गयी हिंसा को ध्यान में रखते हुए ग्वालियर पुलिस ने रैली पर नजर रखने के लिये दूरबीन के साथ एक्सपर्ट 5 पुलिस के आरक्षकों को तैनात किया था। यह पांचों आरक्षक दूरबीन के माध्यम से चप्पे -चप्पे पर नजर रखे हुए थे।