पीडि़तों ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर लगाई गुहार
जबलपुर: प्रदेशभर में फोर व्हीलर गाडिय़ो की हेराफेरी करते हुए शासन को करोड़ो रुपये की चपत लगाने गिरोह के मुख्य सदस्यों बचाने और शिकायत कर्ताओं पर ओमती पुलिस द्वारा दबाव बनाने, धमकाने का आरोप लगा है। जिसकी शिकायत पीडि़तों ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर की। विदित हो कि कुख्यात बदमाश अरूण मसीह समेत अन्य के खिलाफ ओमती थाने में करोड़ो रुपये की 100 से 150 गाडिय़ो को हड़पने का प्रकरण दर्ज हुआ था। अरूण मसीह पुराना गाडी चोरी का कार्य करता था, बाद में चोरी की गाडिय़ों का चेचिस नबंर बदलकर फायनेंस की गाडियों को हड़पता था।
प्रकरण मेेंं अरूण लंबे समय से फरार चल रहा था। जिसे गत दिवस गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। इस प्रकरण में मुख्य आरोपी आशीष जैन उर्फ लालू जैन एवं अन्य को बचाने का आरोप लगाते हुए पीडि़त पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे जहां उन्होंने शिकायत में बताया कि इस मामले में ओमती पुलिस को सामूहिक आवेदन दिए गए थे जिसमें आरोपियों ने कई लोगों के साथ धोखाधड़ी लेकिन पुलिस ने मुख्य आरोपियों के नाम काटकर आरोपियों को बचाने का काम किया और सामूहिक आवेदन को एक आवेदन बनाते हुए प्रकरण दर्ज किया। विवेचना में लापरवाही बरती गई है।
फरियादियों को पुलिस द्वारा उलझाकर रखा गया है। साथ ही फरियादियों को पुलिस द्वारा धमकाया जा रहा है। दोषी पुलिस कर्मियों पर भी कार्रवाई की मांग गई है। शिकायत में यह भी बताया गया कि बस सर्विस का ऑपरेटर लालू जैन,आशीष जैन मुख्य आरोपी है। जिन्हें पुलिस ने बचा लिया है। इसके अलावा अरूण मसीह का बेटी चार गाडियां लेकर फरार है जिसकी भी अब तक गिरफ्तारी नहीं हुई है। अति. पुलिस अधीक्षक सोनाक्षी सक्सेना का कहना है कि मामले में पहले से एफआईआर दर्ज है और शिकायतें आई है मामलों की जांच चल रही है जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर कार्रवाई होगी।