नयी दिल्ली 02 जुलाई (वार्ता) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के सोमवार को सदन में भाषण को ‘बालकबुद्धि की बचकाना हरकत’ करार दिया है और कहा है कि कांग्रेस ‘झूठ को राजनीतिक हथियार’ बना कर देश को अराजकता एवं गंभीर संकट की ओर धकेल रही है जिसे रोकने के लिए कठोर कार्रवाई की जरूरत है।
श्री मोदी ने यहां सदन में राष्ट्रपति अभिभाषण पर 18 घंटे तक चली चर्चा का लंबा जवाब देते हुए यह बात कही। श्री मोदी ने कहा कि कल सदन में जो कुछ भी देखा वो एक बालकबुद्धि का विलाप चल रहा था। बालकबुद्धि ने खुद को पीड़ित दिखा कर सहानुभूति बटाेरने की खूब कोशिश की है लेकिन अपने अपराध और अपने दोष के बारे में कोई बात नहीं की। प्रधानमंत्री ने एक छोटे बच्चे की कहानियां सुना कर कहा कि कांग्रेस का ईकोसिस्टम बालक का मन बहलाने का काम कर रहा है।
उन्होंने कटाक्षपूर्ण लहजे में कहा, “बालक बुद्धि में ना तो बोलने का कोई ठिकाना, ना ही कोई व्यवहार का ठिकाना है। जब बालकबुद्धि पूरी तरह से सवार हो जाये तो किसी के भी गले पड़ जाती है। बालक बुद्धि सीमा पार कर जाये तो किसी को आंख भी मारती है।” उन्होंने कहा कि उनकी सच्चाई देश समझ चुका है। देश कह रहा है कि इनसे ना हो पायेगा।
प्रधानमंत्री ने गोस्वामी तुलसीदास को उद्धृत करते हुए कहा, “झूठ ही लेना, झूठ ही देना, झूठ ही भोजन, झूठ चबैना।” उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने झूठ को राजनीतिक हथियार बना लिया है। कांग्रेस के मुंह में झूठ ऐसे लग गया है जैसे किसी आदमखोर जानवर के दांत में इन्सान का खून।
श्री मोदी ने कहा कि ऐसे समय जब देश विकास के रास्ते पर है, देश के विकसित भारत के सपने को पूरा करने के लिए सबको एकजुट होकर समृद्धि का नया सफर शुरू करना है, उस समय यह हमारा दुर्भाग्य है कि देश में छह दशक तक राज करने वाली पार्टी अराजकता फैलाने में लगी है। उत्तर में दक्षिण के खिलाफ, पूर्व में पश्चिम के खिलाफ, भाषा, धर्म, जाति के आधार पर बांटने के बात कर रही है। एक जाति को दूसरी से लड़वाने के लिए नये नैरेटिव नयी अफवाहें फैलायी जा रहीं हैं। देश के एक हिस्से के लोगों को हीन बताने के कुत्सित प्रयास हो रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि चुनाव में जो वादे किये हैं और कांग्रेस शासित राज्यों में जिस प्रकार के फैसले किये जा रहे हैं, वह देश को आर्थिक अराजकता में घसीटने का काम किया जा रहा है। यदि चुनाव में इनके मन का परिणाम नहीं आता तो देश में आग लगाने की तैयारी थी। भारत की लोकतांत्रिक प्रक्रिया पर उंगली उठाना, सीएए को लेकर अराजकता फैलाना, पूरे ईकोसिस्टम इसके लिए काम कर रहा है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने चुनाव में माताओं बहनों को झूठ बोला। ईवीएम को लेकर, संविधान को लेकर, आरक्षण को लेकर, राफेल को लेकर, एचएएल को लेकर एलआईसी को लेकर बैंकों को लेकर और तो और इनका हौसला इतना बढ़ गया कि कर्मचारियों को भड़काने का प्रयास किया और कल सदन को भी गुमराह करने की कोशिश की। किसानों को एमएसपी नहीं मिल रही है, यह झूठ बोला, संविधान की गरिमा से खिलवाड़ किया।
श्री मोदी ने कहा कि अनेक बार जीत चुके अनुभवी नेता को संविधान एवं सदन की गरिमा से खिलवाड़ करना शोभा नहीं देता। उन्होंने कहा कि वे अराजकता और झूठ के सहारे देश को गंभीर संकट की ओर ले जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन हरकतों को बालकबुद्धि मान कर नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। इसके पीछे खराब इरादे और गंभीर खतरे हैं। वह इसके लिए देशवासियों को जगाना चाहते हैं। इनके प्रयास नागरिकों की विवेकबुद्धि पर तमाचा मारने का निर्लज्ज प्रयास है और कांग्रेस की इस झूठ की परंपरा पर कठोर कार्रवाई करने की देशवासियों और सदन की अपेक्षा है।