हाथरस 02 जुलाई (वार्ता) उत्तर प्रदेश में हाथरस जिले के सिकंदराराऊ क्षेत्र में मंगलवार को एक सत्संग कार्यक्रम के दौरान भगदड़ मचने से 60 से ज्यादा लोगों की मृत्यु हो गयी। मरने वालों के ज्यादातार महिलायें शामिल हैं।
मुख्यमंत्री ने घटना का संज्ञान लेते हुये मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक समेत तमाम उच्च अधिकारियों को हाथरस जाने के निर्देश दिये है और घायलों के समुचित उपचार के निर्देश दिये है। मुख्यमंत्री खुद राहत एवं बचाव कार्य की पल पल की जानकारी ले रहे हैं। उन्होने हादसे के कारण की जांच के लिये अपर पुलिस महानिदेशक आगरा और अलीगढ के मंडलायुक्त की अध्यक्षता में जांच समिति का गठन किया है। समिति 24 घंटे के भीतर अपनी रिपोर्ट प्रेषित करेगी। उन्होने हादसे में मृतकों के परिजनों को दो दो लाख रुपसे और घायलों को 50-50 हजार रुपये की अनुग्रह राशि जारी करने के निर्देश दिये हैं।
हाथरस के जिलाधिकारी आशीष कुमार पटेल ने पत्रकारों को बताया कि सिकंदराराऊ तहसील में मुगलगढ़ी नेशनल हाइवे पर फुलरई गांव में आज एक धार्मिक आयोजन के समापन पर उमस के बीच बाहर निकलने की जल्दी में भगदड़ मच गयी जिससे कई हताहत हुये।
उन्होने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) से मिली जानकारी के अनुसार 50 से 60 लोगों की इस हादसे में मृत्यु हुयी है हालांकि मृतकों की सही संख्या की जानकारी बाद में मिल सकेगी। उन्होने कहा कि यह एक निजी कार्यक्रम था जिसकी अनुमति एसडीएम से ली गयी थी और कार्यक्रम के मद्देनजर सभी संभव इंतजाम किये गये थे।
इससे पहले एटा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और मुख्य चिकित्साधिकारी ने 27 मृतकों के शव के यहां पहुंचने की पुष्टि की थी। एटा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार सिंह ने पत्रकारों को बताया कि पड़ोसी जिले हाथरस में भगवान शिव के सत्संग कार्यक्रम के दौरान भगदड़ मचने से 27 लोगों की मृत्यु हुयी है जिनके शव यहां मेडिकल कालेज भेजे गये हैं जिनमें 23 महिलायें,तीन बच्चे और एक पुरुष शामिल है जिनकी शिनाख्त के प्रयास किये जा रहे हैं। इससे ज्यादा की जानकारी उन्हे नहीं है।
इस बीच योगी के निर्देश पर लखनऊ से कैबिनेट मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी और संदीप सिंह घटनास्थल पर पहुंच चुके हैं।
पुलिस सूत्रों के अनुसार तहसील में मुगलगढ़ी नेशनल हाइवे पर फुलरई गांव में आज मानव मंगल मिलन सदभावना समागम समिति नामक संस्था ने आज सत्संग कार्यक्रम का आयोजन किया था जिसमें बड़ी तादाद में श्रद्धालु एकत्र हुये थे। कार्यक्रम के दौरान भगदड़ मचने से कई लोग हताहत हुये।
उन्होने बताया कि कई हताहतों को हाथरस के अलावा एटा और अलीगढ जिले में शिफ्ट किया गया है। मरने वालों में महिलाओं की संख्या सर्वाधिक है।