नयी दिल्ली, 02 जुलाई (वार्ता) लोकसभा में नव निर्वाचित सदस्यों के शपथ ग्रहण, सदन के अध्यक्ष की नियुक्ति तथा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के संसद के संवेद सदन में अभिभाषण के बाद लोकसभा की कार्यवाही मंगलवार को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दी गई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर दो दिन तक चली चर्चा का जवाब देने के बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने अभिभाषण पर विपक्ष के विभन्न सदस्यों द्वारा रखे गये संशोधन के लिए मतविभाजन के लिए रखा जिसे सदन ने ध्वनिमत से खारिज कर दिया और इसके बाद उन्होंने सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी। स्थगन की घोषणा से पहले श्री मोदी के जवाब के दौरान विपक्ष के लगातार हंगामा करने के विरोध में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने निंदा प्रस्ताव रखा जिसे सदन ने बाद में ध्वनिमत से पारित कर दिया।
श्री बिरला ने सदन को बताया कि इस सत्र में सदन की कार्य उत्पादकता 103 प्रतिशत रही। इस दौरान कुल 539 सदस्यों ने शपथ ली। नियम 377 के तहत 41 मामले आए और मंत्रियों के तीन वक्तव्य हुए। इस अवधि में सदन की कार्यवाही कुल 34 घंटे चली जिसमें सात बैठकें हुई।
उन्होंने बताया,“26 जून को अध्यक्ष का चुनाव हुआ और मुझे लगातार दूसरी बार इस पवित्र आसन पर बैठने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। इसके लिए मैं सदन का आभार व्यक्त करता हूं। फिर 27 जून को श्री राहुल गांधी को नेता प्रतिपक्ष की मान्यता दी गई और उसी दिन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने संसद के संयुक्त सदन को संबोधित किया। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर 18 घंटे चर्चा हुई जिसमें 68 सदस्यों ने हिस्सा लिया और 50 ने सदन के पटल पर अपने वक्तव्य रखे, जिसका प्रधानमंत्री ने आज जवाब दिया।”