भोपाल, 01 जुलाई (वार्ता) मध्यप्रदेश विधानसभा में आज मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के सदस्यों ने राज्य के चर्चित नर्सिंग घोटाले को लेकर हंगामा किया, जिसके चलते सदन की कार्यवाही दिन में एक बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी।
मानसून सत्र के पहले दिन सदन में कार्यसूची के अनुरूप दिवंगत विभूतियों को श्रद्धांजलि अर्पित की गयी। इसके बाद प्रश्नकाल के लिए शेष निर्धारित समय में एक प्रश्न पर पूरक सवाल जवाब हुए। प्रश्नकाल की समाप्ति के बाद विपक्ष के नेता उमंग सिंघार ने नर्सिंग घोटाले को उठाते हुए इस पर स्थगन प्रस्ताव के तहत चर्चा कराने की मांग की। इसका समर्थन कांग्रेस के अन्य सदस्यों ने किया।
वहीं संसदीय कार्य मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि यह मामला न्यायिक प्रक्रिया में है, इसलिए इस पर चर्चा नहीं हो सकती है। श्री सिंघार ने कहा कि वे जांच के अधीन विषयों से इतर विषयों पर चर्चा करना चाहते हैं। इसी बात को लेकर सत्तारूढ़ दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और विपक्षी दल कांग्रेस के सदस्यों के बीच तर्क और बहस होने लगी।
अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने कांग्रेस सदस्यों की ओर मुखातिब होते हुए कहा कि सदन में अभी और भी मौके आएंगे और सदस्य उस अवसर पर चर्चा कर सकते हैं। लेकिन कांग्रेस के सदस्य स्थगन प्रस्ताव के तहत इस मुद्दे पर चर्चा की मांग को लेकर अड़ गए। इस दौरान कांग्रेस सदस्यों ने एक मंत्री विश्वास सारंग का नाम भी लिया और अनेक आरोप लगाए। सत्तारूढ़ दल के सदस्यों ने इसका विरोध करते हुए कहा कि इस तरह व्यक्तिगत आरोप नहीं लगाए जा सकते हैं। इसी के चलते सदन शाेरगुल में डूब गया और अध्यक्ष श्री तोमर ने सदन की कार्यवाही दोपहर एक बजे तक स्थगित कर दी।
सत्र का आज पहला दिन है और यह 19 जुलाई तक प्रस्तावित है। इस दौरान 14 बैठकें प्रस्तावित हैं और राज्य सरकार अपना बजट भी पेश करेगी।