एक घंटे तक एयरपोर्ट के हादसे वाले हिस्से का किया निरीक्षण
जबलपुर। 27 जून की सुबह चंद घंटे की बारिश में जबलपुर के डुमना एयरपोर्ट में एक करोड़ रुपए से बनी कैनोपी फट गई, और पोर्च में खड़ी एक कार में तेजी से पानी गिरा जिसके चलते कार में बैठे ड्राइवर चालक को गंभीर चोट आई, वहीं घटना में कार पूरी तरह से छतिग्रस्त हो गई। घटना की आंच जबलपुर से दिल्ली तक पहुंच गई, लिहाजा उड्डयन मंत्रालय के निर्देश पर जांच करने के लिए आज दोपहर को मुंबई से चार विशेषज्ञ अधिकारियों की टीम जबलपुर पहुंची, इस दौरान उनके साथ जबलपुर सांसद आशीष दुबे और भाजपा विधायक भी मौजूद रहे, सभी ने करीब एक घंटे तक एयरपोर्ट के उस हिस्से का निरिक्षण किया जहां पर की गुरुवार को घटना हुई थी। जांच के बाद अधिकारी नागरिक उड्डयन विभाग को रिपोर्ट सौंपेगी। उल्लेखनीय है कि गुरुवार की सुबह एयरपोर्ट टर्मिनल के बाहर लगी कैनोपी (एक तरह की कपड़े की कृत्रिम छत) फट गई थी, जिसमें भरा पानी तेज रफ्तार से नीचे खड़ी कार की छत पर गिरा था। घटना के बाद कार मालिक को नुकसान की भरपाई भी एयरपोर्ट प्रबंधन देने की बात कह रही है।
विधायकों के साथ सांसद ने किया निरीक्षण
शनिवार की दोपहर को जबलपुर सांसद आशीष दुबे महानगर अध्यक्ष प्रभात साहू, विधायक संतोष बरकड़े, अशोक रोहाणी, अभिलाष पांडे और सुशील इंदु तिवारी के साथ डुमना एयरपोर्ट पहुंचे और मुंबई से आए एक्सपर्ट अधिकारियों के साथ करीब एक घंटे तक निरीक्षण किया। सांसद ने माना कि निश्चित रूप से जो घटना हुई है वो नहीं होनी चाहिए थी, क्योंकि करोड़ रुपए की लागत से बने एयरपोर्ट का कैनोपी जरा सी बारिश नहीं झेल पाया, ये बड़ा सवाल है। सांसद ने कहा कि जांच के लिए टीम जबलपुर पहुंच हुई है, मौके का निरीक्षण किया गया है, जांच में घटना का कारण भी पता करने की कोशिश की जा रही है। सांसद ने कहा जो भी दोषी होगा उनके खिलाफ कार्रवाई भी होगी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वर्चुअली लोकार्पण किया था साढ़े चार सौ करोड़ की लागत से बने जिस एयरपोर्ट का 10 मार्च 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों वर्चुअली लोकार्पण हुआ था, उस एयरपोर्ट का कैनोपी जरा सी बारिश भी नहीं झेल पाया, लिहाजा इसको लेकर कई तरह के सवाल अब उठने लगे है। टर्मिनल भवन बनाने में करीब 100 करोड़ रुपये का खर्च आया है, और इसी भवन के बाहर कैनोपी के लिए एक करोड़ रुपये की राशि दिल्ली की के. जी. एन कंपनी के द्वारा खर्च की गई थी। हालांकि एयरपोर्ट प्रबंधन का कहना है कि घटना की उच्चस्तरीय जांच की जा रही है।