ग्वालियर। मंडल रेल प्रबंधक दीपक कुमार सिन्हा के मार्गदर्शन तथा वरिष्ठ मंडल सिग्नल एवं दूरसंचार इंजीनियर नरेन्द्र सिंह एवं वरिष्ठ मंडल इंजीनियर (समन्वय) आशुतोष चौरसिया के नेतृत्व में रेलवे ट्रैक पर थिक वेब स्विच पॉइंट मशीन लगाने का कार्य तीव्र गति से किया जा रहा हे। थिक वैब स्विच के लगने पर ट्रेनों की गति के साथ सुरक्षा बढ़ेगी। पटरियों में ट्रेनों की दिशा बदलने के लिए टर्न आउट लगे होते हैं, अभी तक उसमें परंपरागत स्विच का प्रयोग होता रहा है। लेकिन अब थिक वैब स्विच लगाने का काम तेजी से चल रहा है। थिक वैब स्विच लगाने का मुख्य उद्देश्य ट्रेनों को 130 किमी प्रति घंटे की स्पीड तक ले जाना है, जिसे भविष्य में 160 किमी प्रति घंटे तक बढ़ाया जा सकेगा। इसके अलावा इससे लूप लाइन में भी ट्रेनों की गति 30 किमी प्रति घंटे से बढ़कर 50 किमी प्रति घंटे हो सकेगी। इसके साथ ही ट्रेनों के सञ्चालन के दौरान इस नई तकनीकी के प्रयोग से कंपन भी कम होता है द्य
उल्लेखनीय है की गत वित्तीय वर्ष में झाँसी मंडल में विभिन्न रेल यार्ड तथा टर्न आउट लोकेशनों में कुल 199 थिक वैब स्विच लगाये गये थे और वर्तमान वित्तीय वर्ष में मई 2024 तक 76 थिक वैब स्विच लगाए जा चुके हैं। थिक वैब स्विच ट्रैक की सुरक्षा को मजबूत बनाने के साथ साथ उसकी लाइफ को भी बढ़ाता है। इस नई तकनीक के प्रयोग से टर्न आउट समबन्धित फेलियर न के बराबर रह जाते है, साथ ही साथ इस पर अनुरक्षण व्यय भी पहले की तुलना में कम आता है द्य संरक्षा की दृष्टि से यह आधुनिकतम प्रणाली अत्त्यधिक विश्वशनीय पायी गई है, जो शुरुवाती गति बढ़ाने में सहयोगी साबित होता है ।