लोकतंत्र के उत्सव का ये कैसा माहौल?

 

नवभारत न्यूज

खंडवा। लोकतंत्र के उत्सव का ये कैसा माहौल? न ढोल-न ढमाके। एक दल का प्रत्याशी कौन होगा? नाम तक पता नहीं। दूसरे दल के प्रत्याशी चार जिलों में कहां से शुरूआत करें, यही समझ नहीं बैठ रहा है। पांच दिन होली में निकल जाएंगे। ऐसा चुनाव तो पहले कभी देखा ही नहीं।

मतदाताओं में भी गजब का साहस है। वे वोट डालने जाने का मूड इसलिए नहीं बना पा रहे हैं,कि इकलौता दल ही उम्मीदवार घोषित कर सका है। निर्दलियों के भी हौसले नहीं बन पा रहे हैं। लोकतंत्र की नींव रखने वाला सबसे बड़ा दल प्रत्याशी तक घोषित नहीं कर पा रहा है। चुनाव का कहीं शोर नहीं। केवल प्रशासन सरकारी तैयारियों में जुटा है।

खंडवा लोकसभा क्षेत्र

लोकसभा चुनाव के लिए आदर्श आचार संहिता लागू हो गई। खंडवा लोकसभा सीट के लिए चौथे चरण में मतदान होगा। खंडवा लोकसभा क्षेत्र में देवास, खंडवा, खरगोन व बुरहानपुर जिले की कुछ सीटें आती हैं। देवास की बागली,खंडवा जिले की मांधाता,पंधाना एवं बुरहानपुर जिले की नेपानगर,खरगोन जिले की भीकनगांव व बड़वाह भी शमिल है। लगभग दो महीने प्रत्याशियों को मिल रहे हैं। यह बात अलग है कि प्रत्याशी घोषित होने से पहले ही संभावितों ने चार महीने से लोकसभा क्षेत्र में दौरे शुरू कर दिए थे। कुछ ने तो विधानसभा चुनाव की थकान भी नहीं मिटाई और दौरों के साथ टिकिट की रणनीति बनाने में जुट गए थे।

2019 व 2014 की वोटिंग समझें

किस चुनाव में कितना मतदान हुआ था। यह जानना भी जरूरी है। साल 2019 के लोकसभा चुनाव में पहले 2 घंटे में 15 फीसद जागरूकता का परिचय दिया था। इस उपचुनाव में पहले 2 घंटे में सिर्फ 11 फीसद के लगभग ही मतदान दर्ज हुआ। इस चुनाव में 72.50 प्रतिशत मतदान हुआ था। 2014 में 71.10 प्रतिशत ही मतदान हो पाया था।

2009 में जीती थी कांग्रेस

2009 का आंकड़ा देखें तो उस समय 60.38 प्रतिशत मतदान हुआ था। उस वक्त कांग्रेस 49 हजार वोटों से जीती थी। पहले दो घंटे मतदान धीमा चला था। इसके बाद थोड़ी तेजी आई थी। इसके बाद मतदाताओं ने उत्साह दिखाया। इतने अधिक मतदान की उम्मीद किसी को नहीं थी। लोगों में उत्साह भी नहीं दिखा। कहीं ज्यादा लाइनें भी नहीं लगीं थी।

2021 का माहौल जानें

31 अक्टूबर, 2021 उपचुनाव में पांच साल में दूसरी बार लोगों को लोकसभा का प्रतिनिधि चुनने का मौका मिला था। शुरूआती दौर में ज्यादा उत्साह नहीं दिखा। शहरी क्षेत्रों में शुरूआत धीमी रही। कुल मतदान 63.88 प्रतिशत रहा था। इसे काफी कम मतदान कहा जा सकता है। अब 2024 में क्या होगा,वक्त ही बताएगा?

कुल 20,96,901 मतदाता

नई बात करें तो, खण्डवा लोकसभा क्षेत्र में कुल 20,96,901 मतदाता शामिल हंै। जिसमें से मांधाता विधानसभा क्षेत्र में 2,17,498 मतदाता हैं। खण्डवा विधानसभा क्षेत्र में 2,72,920 तथा पंधाना विधानसभा क्षेत्र में 2,83,797 मतदाता हैं। इसके अलावा बागली विधानसभा क्षेत्र में 2,55,319 मतदाता, नेपानगर विधानसभा क्षेत्र में 2,64,171 मतदाता, बुरहानपुर विधानसभा क्षेत्र में 3,22,453 मतदाता, भिकनगांव विधानसभा क्षेत्र में 2,48,842 मतदाता तथा बड़वाह विधानसभा क्षेत्र में 2,31,901 मतदाता हैं।

2,269 मतदान केन्द्र

खण्डवा लोकसभा क्षेत्र के लिए 2,269 मतदान केन्द्र बनाए गए हैं। बागली में 297, मांधाता में 248, खण्डवा में 265, पंधाना में 292, नेपानगर में 306, बुरहानपुर में 346, भिकनगांव में 266 तथा बड़वाह में 249 मतदान केन्द्र शामिल है। उन्होंने बताया कि लोकसभा निर्वाचन 2024 के लिए खण्डवा जिले के लिए 13 एफएसटी, 13 एसएसटी, 12 वीएसटी एवं 4 वीवीटी के दल गठित किए गए हैं। मतदान आगामी 26 अप्रैल को होगा तथा मतगणना आगामी 4 जून को सम्पन्न होगी। इसके लिए हरसूद विधानसभा क्षेत्र में 2,28,294, मतदाता हैं। 257 मतदान केन्द्र बनाए गए हैं।

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