रीवा और मऊगंज कलेक्टर पहुंचे विधायक से चर्चा करने
मामला अमानतदारो के भुगतान का, 24 घंटे कार्यालय में विधायक का रहा डेरा
नवभारत न्यूज
रीवा, 21 जून, मऊगंज जिले की पांच सेवा सहकारी समितियों द्वारा अमानतदारो से एफडी और बचत बैंक खाते में राशि जमा कराई गई थी, जिसे वापस नही की गई. तीन हजार से अधिक अमानतदार प्रभावित है और लगभग 10 करोड़ का यह मामला है. कोई कार्यवाही न होने से नाराज मऊगंज विधायक प्रदीप पटेल आधा दर्जन पीडि़तो के साथ संयुक्त आयुक्त सहकारिता कार्यालय में डेरा डाल दिये थे. गुरूवार की दोपहर से लेकर शुक्रवार सुबह तक विधायक ड़टे रहे और 24 घंटे बाद मुख्यमंत्री के हस्ताक्षेप और अधिकारियों के आश्वासन के बाद अघोषित धरना विधायक का समाप्त हुआ.
दरअसल तीन हजार से अधिक किसानो ने एफडी और बचत खाते में राशि जमा की थी, जिनका पैसा नही मिला. पांच समितियां थी जिसमें गौरी, हर्दी, हटवा, पटेहरा, देवरा एवं टटिहरा समिति में राशि जमा कराई गई थी. जरूरत पडऩे पर पैसा नही मिला, कई बार जेआर-डीआर एवं समिति प्रबंधक से गुहार लगाई गई. जब कोई कार्यवाही नही हुई तो आधा दर्जन पीडि़तो को लेकर गुरूवार की दोपहर 12 बजे संयुक्त आयुक्त सहकारिता के शिल्पी प्लाजा स्थित कार्यालय में मऊगंज विधायक प्रदीप पटेल डेरा डाल लिये. रात भर अधिकारी मनाते रहे पर वह कार्यवाही को लेकर ड़टे रहे. शुक्रवार को लगभग 12 बजे रीवा कलेक्टर श्रीमती प्रतिभा पाल, मऊगंज कलेक्टर अजय श्रीवास्तव सहित एसपी और जिला पंचायत सीईओ मौके पर पहुंचे और विधायक से बात की. मुख्यमंत्री एवं सहकारिता मंत्री तक मामला पहुंचा और ऊपर से मिले आश्वासन के बाद विधायक अघोषित धरने से उठ गये. हालाकि उनका कहना यह है कि कोई धरना नही था केवल पीडि़त किसानो का पैसा मिल जाय, इसके लिये वह कार्यालय पहुंचे थे.
भोपाल से आयेगी कमेटी जांच करने
मऊगंज जिले की पांच समितियों में एफडी एवं अन्य राशि जमा थी. जिसका भुगतान खाता धारको को नही हुआ. अब पूरे मामले की जांच भोपाल से आने वाली कमेटी करेगी और यह देखा जायेगा कि जो पैसा जमा था अमानतदारो का वह कहा खर्च हुआ है और साथ ही जो राशि अमानतदारो को देनी है उसके लिये भी चर्चा अधिकारियों की चल रही है. पिछले कई महीने से अपना पैसा पाने के लिये अमानतदार भटक रहे थे और कलेक्टर मऊगंज द्वारा पत्राचार भी किया गया था लेकिन कुछ नही हुआ. सहकारिता की संयुक्त आयुक्त रीवा की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय कमेटी बनाई गई है जो पूरे मामले की जांच करेगी.
निराकरण का आश्वासन मिला है: विधायक
मऊगंज विधायक प्रदीप पटेल ने चर्चा के दौरान बताया कि कोई धरना नही था. हमारे क्षेत्र के हितग्राहियों का बैंक में पैसा जमा था. उसी के लिये मैं यहां आया था, अब इस मामले को हमारे मुख्यमंत्री एवं सहकारिता मंत्री ने संज्ञान में लिया है. बैंक में पैसे नही थे इस लिये पैसे नही मिल रहे थे. आश्वासन मिला है जल्द ही इसका निराकरण होगा और हितग्राहियों को पैसा मिलेगा.
मेरे द्वारा पूर्व में प्रस्ताव भेजा गया था: कलेक्टर
मऊगंज कलेक्टर अजय श्रीवास्तव ने बताया कि हनुमना क्षेत्र की कुछ समितियों में हितग्राहियों द्वारा एफडी एवं बचत खाते में राशि जमा की गई थी जो उन्हे वापस नही मिल रही थी. इसके लिये पूर्व में भी पत्राचार एवं प्रस्ताव भेजा गया था और अभी मेरे द्वारा भी प्रस्ताव भेजा गया था. भोपाल से भी जांच करने टीम आ रही है, उम्मीद है कि जल्द ही हितग्राहियों को पैसा मिल जायेगा.