पटना 20 जून (वार्ता) बिहार के उपमुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता विजय कुमार सिन्हा ने गुरुवार को दावा किया कि नीट पेपर लीक के मास्टरमाइंड के लिए राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी प्रसाद यादव के आप्त सचिव प्रीतम ने सरकारी गेस्ट हाउस में कमरा बुक कराया था।
श्री सिन्हा ने यहां संवाददाता सम्मेलन कर बताया कि नीट पेपर लीक की जांच में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के गेस्ट हाउस में कुछ आरोपियों को रुकवाने की बात जब सामने आई तब उन्होंने मामले की जांच का आदेश दिया और यह पता लगाने का निर्देश दिया कि गेस्ट हाउस में कौन ठहरे थे और किसके आदेश पर उन्हें ठहरने दिया गया । उन्होंने कहा कि उन्हें जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक श्री यादव के आप्त सचिव ने एनएचएआई के गेस्ट हाउस में कमरा बुक कराने के लिए चार बार फोन किया।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि पहली बार एक मई को रात 09 बजे प्रीतम कुमार के मोबाइल नंबर से पथ निर्माण विभाग में कार्यरत प्रदीप कुमार को कॉल आया था, जिसमें एनएचएआई गेस्ट हाउस में सिकंदर कुमार यादवेंदु के लिए कमरे की बुकिंग करने को कहा गया । प्रदीप ने इसे पहले अनसुना कर दिया। इसके बाद चार मई की सुबह 8:49 पर प्रीतम कुमार ने प्रदीप के मोबाइल नंबर पर कॉल कर सिकंदर के लिए बुकिंग करने की याद दिलाई और मैसेज भी किया । इसके बाद प्रदीप ने प्रीतम कुमार के मैसेज को एनएचएआई गेस्ट हाउस के प्रभारी धर्मेद्र कुमार धर्मकांत को फारवर्ड कर दिया। धर्मेंद्र ने बिना आवंटन के कमरा उपलब्ध करा दिया।
श्री सिन्हा ने कॉल डिटेल दिखाते हुए कहा कि सभी सबूत हमारे पास हैं। प्रीतम कुमार यहीं पर पीएस थे जब तेजस्वी यादव इस विभाग के मंत्री थे। प्रीतम कुमार इस विभाग में काफी दिन तक रहे हैं, उनका प्रभाव यहां पर है इसलिए उस रजिस्टर में मंत्री शब्द का उपयोग किया गया है। उन्होंने कहा कि श्री तेजस्वी यादव सबसे पहले यह स्पष्ट करें कि प्रीतम कुमार आज भी उनके पीएस हैं या नहीं। इसके साथ ही वह गिरफ्तार सिकंदर यादवेंदु को लेकर भी अपनी चुप्पी तोड़ें ।
उप मुख्यमंत्री ने यह भी दावा किया कि रांची जेल में जब पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव बंद थे तब लोगों ने ऐसा कहा है कि सिकंदर यादवेंदु उनकी सेवा में लगे रहते थे। सारी व्यवस्था वहां पर वही करते थे। उन्होंने कहा कि प्रीतम कुमार सिंचाई विभाग में जेई (कनिय अभियंता) है, लेकिन इनको नगर विकास विभाग में कौन लेकर आया और दानापुर से लेकर कई जगह का प्रभार किसने दिया, इसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए ।
श्री सिन्हा ने बताया कि एनएचएआई गेस्ट हाउस बुकिंग मामले में तथ्य छुपाने के आरोप में पथ निर्माण विभाग ने अधीक्षण अभियंता (एनएच) उमेश राय, बुकिंग प्रभारी कनीय अभियंता धर्मेंद्र कुमार धर्मकांत और आफिस कर्मी प्रदीप कुमार को निलंबित कर दिया है।
इस बीच नीट पेपर लीक मामले में गिरफ्तार परीक्षार्थी अनुराग यादव ने पुलिस के समक्ष बयान दिया है कि उसके फूफा सिकंदर यादवेंदु ने उसे कोटा से पटना बुलाया और कहा कि परीक्षा में सब सेटिंग हो चुका है । इसके बाद चार मई की रात पटना के एक गेस्ट हाउस में अमित आनंद और नीतीश कुमार के पास उसे छोड़ दिया। उनलोगों ने उसे नीट की परीक्षा का प्रश्न पत्र एवं उत्तर पुस्तिका दिया। रात भर में पेपर रटवाया गया। उसने आगे कहा,”अगले दिन जब मैं परीक्षा देने सेंटर पर पहुंचा तो प्रश्न देखकर दंग रह गया। सभी प्रश्न वही थे जो रात में मैंने पढ़ा था।”
बिहार में नीट पेपर लीक मामले की जांच कर रही आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) को अब तक की छानबीन के आधार पर सॉल्वर गैंग के पास से 13 परीक्षार्थियों के रोल कोड मिले हैं । इनमें से चार परीक्षार्थियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, जिनमें अनुराग यादव भी शामिल है। एनएचएआई के गेस्ट हाउस में अनुराग यादव को ठहराया गया था। उसका नाम गेस्ट हाउस के एंट्री रजिस्टर में दर्ज है।
उधर पेपर लीक मामले में गिरफ्तार किए गए सॉल्वर गिरोह के सदस्यों, परीक्षार्थियों और उनके अभिभावकों के खातों की जांच भी की जा रही है।