० दशकों से निर्माणाधीन सडक़ का दंश झेल रही राष्ट्रीय राजमार्ग-39, सीधी-सिंगरौली के निर्माण को लेकर सडक़ से लेकर सदन तक उठ चुकी है मांग
नवभारत न्यूज
सीधी 19 मार्च। दशकों से निर्माणाधीन सडक़ का दंश झेल रही राष्ट्रीय राजमार्ग-39, सीधी-सिंगरौली के निर्माण को लेकर सडक़ से लेकर सदन तक मांग उठ चुकी है। दशकों से निर्माणाधीन इस सडक़ को लेकर अब क्षेत्रवासी प्रदेश के मुख्यमंत्री जी से मांग कर रही है कि सीधी-सिंगरौली एनएच-39 का सफर कब तक आसान हो जाएगा हालांकि एमपीआरडीसी की प्राथमिकता में शुमार होने के बाद भी कई पुल-पुलिया सडक़ आज भी पूरी नही बनी है। केन्द्रीय सडक़ परिवहन मंत्रालय की काफी किरकिरी होने के बाद काम को पूरा कराने की सक्रियता बढ़ी है।
गौरतलब है कि सीधी-सिंगरौली राष्ट्रीय राजमार्ग-39 का कार्य करीब 11 वर्षो से हो रहा है। एमपीआरडीसी के अधिकारियों एवं संविदाकार की लापरवाही से सडक़ एवं पुल-पुलिया का कार्य एक दशक बाद भी पूर्ण नही हो पाया है। सडक़ एवं निर्माणाधीन पुल-पुलिया के कार्य पूर्ण करने के लिये एक-दो बार नहीं 4 से 5 बार डेडलाइन दी गयी। बावजूद इसके एमपीआरडीसी के अधिकारी व संविदाकार कार्य को नहीं कर पाये। सडक़ निर्माण कार्य में एक ना एक दिक्कतें बताकर कई महीने तक एनएच-39 का कार्य बंद भी था। पहले दिसम्बर महीने तक एनएच-39 सीधी-सिंगरौली तक टू-लेन सडक़ पूरी तरह से क्लियर कर देने लिये डेडलाइन तय की गयी थी। इसी में गोपद पुलिया भी शामिल थी। आरोप है कि संविदाकार की लापरवाही से सडक़ का कार्य जहां अभी अधूरा है। वहीं गोपद पुलिया अभी भी आधी-अधूरी पड़ी हुई है।
गोपद पुल के निर्माण की मांग काफी तेजी के साथ सालों से की जा रही है। पुरानी गोपद पुल के काफी जर्जर एवं एकल होने के कारण एक बार में केवल एक ही ओर के वाहन निकल पाते हैं इस वजह से यहां वाहनों का काफी जाम भी लगता है। खासतौर से रात में यहां जाम की स्थिति भारी मालवाहकों के निकलने के कारण और भी ज्यादा गंभीर हो जाती है। पिछले माह प्रदेश के उपमुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ला ने एमपीआरडीसी के अधिकारियों के साथ एनएच-39 के कार्यो की समीक्षा करते हुये निर्माण कार्य में तेजी लाने के लिये निर्देशित किया था। लेकिन अभी भी पुलिया के निर्माण कार्य में कोई विशेष प्रगति नहीं दिख रही है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या जून माह के अंदर गोपद पुलिया का निर्माण कार्य पूर्ण हो पायेगा या फिर कार्य पूर्ण करने के लिये फिर से डेडलाइन बढ़ाई जायेगी। फिलहाल लोकसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस राष्ट्रीय राजमार्ग सीधी-सिंगरौली के कार्यों के वर्षों बाद भी पूरा न होने को लेकर इसे चुनावी मुद्दा बनाने की तैयारी में है। वहीं भाजपाई एनएच-39 के कार्य प्रगति को लेकर चितिंत जरूर नजर आ रहे हैं।
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रीती पाठक की प्राथमिकता में शामिल एनएच
पूर्व सांसद रीती पाठक ने सीधी-सिंगरौली राष्ट्रीय राजमार्ग-39 निर्माणाधीन सडक़ को करीब दस साल के कार्यकाल में अपनी प्राथमिकता में रखा। सडक़ कार्य पूर्ण कराने के लिये केन्द्रीय सडक़ परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडक़री से कई बार मुलाकात की। उनके प्रयासों से काफी हद तक कार्य में तेजी आई। वे खुद कई बार एमपीआरडीसी के अधिकारियों एवं सीधी-सिंगरौली कलेक्टर के साथ भी संयुक्त रूप से बैठक कर समीक्षा करती रही। रीती पाठक अब सीधी विधायक हो चुकी है। एनएच-39 निर्माणाधीन सडक़ को लेकर सीधी विधायक रीती पाठक अभी भी संवेदनशील हैं।
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नेताओं का क्या है कहना
राष्ट्रीय राजमार्ग-39 सीधी-सिंगरौली का तीन भागों में निर्माण कार्य होना था। दो भाग पूर्ण होने की स्थिति में है। तीसरा भाग मोरबा मार्केट का उसका भी निर्माण कार्य जल्द होगा।
रीती पाठक, पूर्व सांसद एवं विधायक सीधी
भाजपा की सरकार में पूरे देश सहित मध्यप्रदेश में सडक़ निर्माण के अभूतपूर्व कार्य हुये हैं। जहां तक बात एनएच-39 सीधी-सिंगरौली की है तो देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में विंध्य के विकास पुरुष उपमुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ला के प्रयास से जल्द निर्माण पूरा होगा और जनता का सफर आसान हो जाएगा।
डॉ.राजेश मिश्रा, भाजपा प्रत्याशी लोकसभा सीधी
राष्ट्रीय राजमार्ग मार्ग-39 सीधी-सिंगरौली का एक दशक से अधिक समय से चल रहा निर्माण आज तक पूरा नही होने प्रमुख कारण सत्तासीन रहे जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों की कमजोर इच्छा शक्ति है। देश में भ्रष्ट भाजपा सरकार के बदलने और सीधी संसदीय क्षेत्र में जनता-जनार्दन के आशीर्वाद से कांग्रेस को प्रतिनिधित्व मिलने के साथ जल्द पूर्ण होगा एनएच-39 सीधी-सिंगरौली का निर्माण।
कमलेश्वर पटेल, पूर्व मंत्री एवं कांग्रेस प्रत्याशी लोकसभा क्षेत्र सीधी
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