भोपाल, पश्चिमी विदर्भ में बनी चक्रवातीय परिसंचरण और बंगाल की खाड़ी तथा अरब सागर से आ रही नमी के चलते पिछले चौबीस घंटों के दौरान मध्यप्रदेश के नर्मदापुरम, रीवा और शहडोल संभागों के जिलों में अनेक स्थानों पर तेज हवाओं के साथ बारिश हुयी। अचानक बदले मौसम से इन स्थानों पर फसलों को भी नुकसान पहुंचा है।
मौसम विज्ञान केन्द्र भोपाल के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ वीरेन्द्र सिंह यादव ने आज यहां बताया कि वर्तमान में चक्रवातीय परिसंचरण पश्चिमी विदर्भ के ऊपर मध्य समुद्र तल से 1़ 5 किलोमीटर की ऊंचाई तक सक्रिय है। वहीं, मध्य समुद्र तल से 1़ 5 किलोमीटर की ऊंचार्द तक दक्षिणी तमिलनाडु से लेकर पश्चिमी विदर्भ तक हवाओं में असतत्ता व्यप्त है, जिसके कारण अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से दक्षिण पश्चिमी और दक्षिण पूर्वी हवाओं के साथ पूरे पूर्वी मध्यप्रदेश में नमी आ रही है। इसी के कारण रीवा, शहडोल और नर्मदापुरम संभागों के जिलों में अनेक स्थानों पर बारिश हुयी है।
मौसम के बदले मिजाज के चलते पिछले चौबीस घंटों में पूर्वी मध्यप्रदेश के अनेक स्थानों पर बारिश हुयी है। वहीं, पांढुर्ना , सिवनी और मंडला में कहीं कहीं ओलावृष्टि भी हुयी है।
डॉ यादव ने बताया कि अगले चौबीस घंटों के दौरान जहां अनूपपुर, डिंडोरी, मंडला और बालाघाट जिलों में कुछ स्थानों पर मध्यम वर्षा तथा ओलावृष्टि और वज्रपात के साथ ही तेज हवाएं चलने का रेड अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, सिंगरौली, शहडोल, उमरिया, जबलपुर और सिवनी जिलों में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। वहीं नर्मदापुरम, रीवा, मऊगंज, सतना, छिंदवाड़ा, मैहर और पाढुर्ना जिलों कहीं कहीं हल्की वर्षा, वहीं सीधी, कटनी, नरिसंहपुर और बैतूल जिलों में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश की चेतावनी जारी की गयी है।
राजधानी भोपाल तथा उसके आसपास के क्षेत्र में रात्रि की समय मौसम साफ रहा, तो वहीं सुबह से आसमान में हल्के बादल देखे गए। हालांकि दोपहर बाद मौसम साफ हो गया और तेज धूप से गर्मी महसूस की गयी। अगले चौबीस घंटों के दौरान यहां मौसम इसी तरह से बने रहने की संभावना जतायी जा रही है।