ऐजल, 12 जून (वार्ता) त्रिपुरा सीमा के पास मिजोरम के ममित जिले के खांटलांग गांव में मंगलवार रात अचानक आयी बाढ़ के कारण हुये भारी भूस्खलन में दो नाबालिगों सहित तीन लोगों की मौत हो गयी। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि पीड़ितों में 32 वर्षीय एक व्यक्ति और उसकी 10 वर्षीय पुत्री के अलावा उनका 12 वर्षीय रिश्तेदार शामिल है।
उन्होंने बताया कि गांव के स्वयं सेवकों ने संजीव चकमा (पिता), कृपा माला चकमा (पुत्री) और हंडोरी चकमा (त्रिपुरा की यात्रा पर आये रिश्तेदार) के शव बरामद किये, जिन्होंने आधी रात से पहले घर गिरने के बाद खोज और बचाव अभियान चलाया था।
संजीव चकमा की पत्नी मोंजू रानी चकमा (28) और सबसे छोटी बेटी रिंग्खा चकमा (3) को बचा लिया गया। अधिकारियों ने बताया कि मां को मामूली चोटें आईं और उनका इलाज घर पर ही किया जा रहा है।
त्रासदी स्थल का दौरा करने वाले कवरेथाववेंग के खंड विकास अधिकारी (बीडीओ) ने फोन पर बताया कि मंगलवार शाम को अत्यधिक बारिश के बाद कई स्थानों पर भूस्खलन के कारण, खांटलांग गांव तक अन्य स्थानों से केवल पैदल ही पहुंचा जा सकता है, लिहाजा शवों का पोस्टमार्टम असंभव है।
बीडीओ ने बताया कि पिता-पुत्री का अंतिम संस्कार गुरुवार को गांव में किया जायेगा, जबकि हंडोरी चकमा के शव को अंतिम संस्कार के लिये त्रिपुरा के पैनिटिला गांव ले जाने की तैयारी की जा रही है। लड़की के शव को पैदल त्रिपुरा ले जाने के लिये परिवार के सदस्य पैसे इकट्ठा कर रहे हैं।
मंगलवार रात को तीन मौतों के साथ, मिजोरम में 27-28 मई को आये चक्रवात रेमल के बाद से मरने वालों की संख्या बढ़कर 37 हो गयी, जिनमें से अब तक 33 शव बरामद किये जा चुके हैं।