मुंबई, 11 जून, (वार्ता) स्वरोजगार करने वाले नैनो और माइक्रो उद्यमियों को ऋण उपलब्ध कराने वाली नई पीढ़ी की लेंडिंगटेक गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (एनबीएफसी) अर्थन फाइनेंस ने इंकोफिन इंडिया प्रोग्रेस फंड और माइकल एंड सुसान डेल फाउंडेशन जैसे प्रमुख निवेशकों से 50 करोड़ रुपये जुटाए हैं।
कंपनी ने आज यहां जारी बयान में कहा कि यह नया फंड कंपनी के विस्तार और तकनीकी प्रगति में इस्तेमाल होगा।इस फंडिंग राउंड से अर्थन फाइनेंस को अपने प्रबंधनाधीन संपत्ति को बढ़ाने, अपने कारोबार की भौगोलिक सीमा में विस्तार करने और एडवांस ऑर्टिफिशियल इंटेलीजेंस और मशीन लर्निंग आधारित अंडरराइटिंग सिस्टम में निवेश करने में मदद मिलेगी। ये तकनीकी विकास कंपनी के क्रेडिट जोखिम का आकलन करने और अनऑर्गनाइज्ड सेक्टर के लिए फाइनेंशियल सॉल्यूशन तैयार करने की क्षमता में सुधार करेंगे, संचालन को और सुचारु करेंगे और ग्राहक अनुभव को बेहतर करेंगे ।
अब तक, अर्थन फाइनेंस ने लगभग 83 करोड़ रुपये जुटाए हैं। पिछले फंडिंग राउंड में कंपनी के संस्थापकों, एंजेल निवेशकों और माइकल एंड सुसान डेल फाउंडेशन की भागीदारी की थी।
अर्थन फाइनेंस के संस्थापक और निदेशक कुणाल मेहता ने कहा, “यह फंडिंग हमारे विकास के अगले चरण के लिए बहुत अहम है। हम अपनी तकनीकी क्षमताओं को बढ़ाने और सुविधा रहित क्षेत्रों में और ज्यादा माइक्रो और लघु उद्यमियों की सेवा करने के लिए अपनी पहुंच का विस्तार करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इंकोफिन और माइकल एंड सुसान डेल फाउंडेशन जैसे प्रतिष्ठित निवेशकों के साथ हमारी साझेदारी भारत में वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने के हमारे मिशन को मजबूत करती है।”
अर्थन फाइनेंस वर्तमान में महाराष्ट्र, ओडिशा, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में कारोबार करती है। कंपनी ने 20,000 से ज्यादा कर्ज लेने वालों को 500 करोड़ रुपये से ज्यादा का कर्ज वितरित किया है। इसमें 2,000 रुपये से लेकर 20 लाख रुपये तक की कर्ज राशि शामिल है।