किंशासा, (वार्ता) संयुक्त राष्ट्र मानवीय मामलों के समन्वय कार्यालय (ओसीएचए) ने सोमवार को कहा कि पूर्वी कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य (डीआरसी) में संबद्ध लोकतांत्रिक बलों (एडीएफ) के विद्रोहियों ने एक सप्ताह में कम से कम 57 नागरिकों की हत्या की है।
ओसीएचए की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार पीड़ित एडीएफ विद्रोहियों द्वारा किए गए हमलों में मारे गए, जो तीन से आठ जून तक उत्तरी किवु प्रांत के बेनी क्षेत्र में हुए थे।
मध्य अफ्रीका में इस्लामिक स्टेट से संबद्ध एडीएफ, उत्तरी किवु और इतुरी प्रांतों में अपनी हिंसक गतिविधियों के लिए कुख्यात रहा है।
यह इलाका मई 2021 से घेराबंदी की स्थिति में हैं, जिसमें नागरिक प्रशासन की जगह सैन्य और पुलिस अधिकारी हैं।
वहीं मध्य इस्लामिक स्टेट ने अपने प्रचार चैनलों के माध्यम से 60 से अधिक “ईसाइयों” की मौत की जिम्मेदारी ली।
ओसीएए के अनुसार, जनवरी और अप्रैल 2024 के बीच 900,000 से अधिक लोग आंतरिक रूप से विस्थापित हुए हैं।
इसके बाद विस्थापित होने वाले लोगों की कुल संख्या लगभग 73 लाख हो गयी है।
विस्थापित होने वाले लोगों में तीन पूर्वी प्रांतों, अर्थात् उत्तरी किवु, दक्षिण किवु और इतुरी से विस्थापित होने वाले 56 लाख लोग शामिल हैं।
संयुक्त राष्ट्र के रेजिडेंट कोऑर्डिनेटर ब्रूनो लेमारक्विस ने प्रेस विज्ञप्ति में कहा, “मैं सभी सशस्त्र समूहों और उनके समर्थकों से नागरिकों की सुरक्षा करके, निर्बाध मानवीय पहुँच सुनिश्चित करके और मानवीय कार्यों को जारी रखने की अनुमति देकर अंतरराष्ट्रीय मानवीय और मानवाधिकार कानून के तहत अपने दायित्वों का सम्मान करने का आह्वान करता हूँ, ताकि संगठन ज़रूरतमंद आबादी को महत्वपूर्ण सहायता प्रदान कर सकें।
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ओसीएचए के अनुसार डीआरसी के लिए 2024 मानवीय प्रतिक्रिया योजना केवल 23 प्रतिशत वित्तपोषित है, जिसमें केवल 59.0 करोड़ डॉलर प्राप्त हुए हैं।
इन बाधाओं के बावजूद, मानवीय समुदाय ने जनवरी और अप्रैल 2024 के बीच DRC में 35 लाख से अधिक लोगों की सहायता की।
श्री लेमरक्विस ने कहा, “यह समय सभी संबंधित संघर्ष में शामिल पक्षों को प्रभावित करने वाले हिंसा को तत्काल कम करने और संघर्ष का स्थायी समाधान खोजने के लिए राजनीतिक संवाद की वापसी के लिए मिलकर काम करने का है।
उन क्षेत्रों में विस्थापित लोगों के लिए स्थायी समाधान को बढ़ावा देने के प्रयासों को बढ़ाना भी महत्वपूर्ण है, जहाँ स्थितियाँ ठीस होती हैं।
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