*कहा _ हमने तो मेला खाली कराने पुलिस को पत्र लिख दिया…*
ग्वालियर। ग्वालियर मेला 25 दिसंबर से 29 फरवरी तक 2 माह के लिए आयोजित किया गया था। मेले की समापन की तिथि निकालने के बाद भी मेला संचालित किया जा रहा है। आरोप लग रहा है कि मेला प्राधिकरण के कतिपय स्टाफ द्वारा अवैध वसूली कर इन दुकानदारों को मेले में व्यापार करने की अनुमति दी गई है।
इस बारे में जब मेला सचिव निरंजन श्रीवास्तव से पूछा गया कि समापन तिथि निकालने के बाद भी मेला संचालन हो रहा है, इससे सरकार को राजस्व का नुकसान भी है तो उनका कहना था कि मेला दुकानदारों को मेला खाली करने का कहा गया है और मेला में लगभग 250 दुकानदारों को 1000 रुपए प्रतिदिन जुर्माना भरने का नोटिस भी दिया गया है साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि अभी तक किसी तरह के जमाने की वसूली नहीं हुई है लेकिन यदि जुर्माना दिए बगैर दुकानदार जाते हैं तो अगली साल उन्हें दुकान आवंटित नहीं की जाएगी, जब सचिव से पूछा कि समापन तिथि के बाद भी मिले में बैठे दुकानदारों को हटाया क्यों नहीं गया तो उन्होंने कहा कि इस मामले में पुलिस विभाग को पत्र लिखा है लेकिन पुलिस ने मेले में जबरन बैठे दुकानदारों को हटाने की कार्रवाई नहीं की है। मेला व्यापारी संघ भी यहां बाहरी लोगों द्वारा सामान विक्रय करने पर एतराज जताया है।