– यूनाइटेड मलयाली एसोसिएशन की प्रेसवार्ता.
नवभारत प्रतिनिधि
भोपाल. 6 जून. यूनाइटेड मलयाली एसोसिएशन पहली बार भोपाल में 7 से 9 जून तक केरल महोत्सव का आयोजन कर रही है. विठ्न मार्केट के मैदान पर आयोजित यह महोत्सव पूरी तरह केरल के रंग में रंगा रहेगा, यानि कि लोकनृत्य समेत रंगारंग कार्यक्रमों के साथ ही केरल के हैंडीक्रॉफ्ट, वस्त्र, लोकल से वोकल निर्मित खाद्य सामग्री के अलावा मुख्य आकर्षण मार्शल आर्ट कलारीपयट्टू का प्रदर्शन होगा.
यह जानकारी एसोसिएशन के ओडी जोसेफ ने गुरुवार को भोपाल में मीडिया से बातचीत के दौरान कही. इस दौरान उन्होंने राजधानी में 3 दिवसीय आयोजन की रूपरेखा बताई.
उन्होंने बताया कि महोत्सव संस्था की 40 वीं वर्षगांठ पर केरला फेस्टिवल के रूप में आयोजित हो रहा है. हर दिन कई सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएंगे, जिसके लिए करीब 35 कलाकार केरल से आएंगे. इस उत्सव में खानपान, मलयाली प्रोडक्ट की बिक्री, कई प्रतियोगिताएं और मनोरंजक कार्यक्रम होंगे. उत्सव का उद्घाटन मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव 7 जून की शाम 5 बजे करेंगें. यह महोत्सव 7 से 9 जून तक रोज शाम 6 से रात्रि 10.30 बजे तक चलेगा. राजधानीवासियों के लिए यह अपनेआप में अनोखा उत्सव होगा, जिसका भरपूर आंनद उठा सकते है. भोपाल में करीबन 35 हजार मलयाली समाज के लोग है, जो एकजुट होकर केरल की सांस्कृतिक परपंराओं का निर्वाहन करते हैं.
मोहन सरकार से मिल रहा सहयोग, केरल सरकार से नहीं
जोसेफ ने बताया कि भोपाल में होने वाले मप्र सरकार इस 3 दिन के उत्सव को निखारने में आगे दिखाई दे रही है. पूरी मदद कर रही है, जबकि इसे लेकर मलयाली एसोसिएशन द्वारा केरल सरकार से लगाई गई गुहार खाली लौट आई है. उन्होंने कहा कि किसी भी देश, प्रदेश, शहर, कस्बे की एक खास संस्कृति और परंपरा होती है. उससे जुड़ा व्यक्ति दुनिया में कहीं जाकर बस जाए, वह अपनी सभ्यता से जुड़ा रहना भी चाहता है और उसको सहेजकर रखना भी उसकी ख्वाहिश होती है. प्रदेश में बसे हुए मलयाली संस्कृति के लोग भी इसी मशक्कत में लगे हुए हैं. उन्होंने अपनी संस्कृति से शहर और प्रदेश वासियों को रूबरू कराने उक्त आयोजन की तैयारी की है. पत्रकारवार्ता में इस अवसर पर संस्था के आरएस पिल्लई, केपी दास, एजी वल्लभन, सीमा दामोदरन आदि भी मौजूद थे.