मामला देवसर महिला एवं बाल विकास विभाग का
सिंगरौली : महिला एवं बाल विकास विभाग देवसर के प्रभारी परियोजना अधिकारी को एक विवादास्पद दैनिक ऑपरेटर को हटाना भारी पड़ गया। आरोप है कि डीपीओ ने महिला एवं बाल विकास विभाग सिंगरौली ने ऑपरेटर को हटाने से नाराज थे।दरअसल महिला एवं बाल विकास विभाग में इन दिनों सब कुछ ठीकठाक नही चल रहा है। जिला कार्यक्रम अधिकारी आईसीडीएस अपने काले कारनामों को लेकर चर्चाओं में बने रहते हैं।
एनसीएल के सीएसआर मद सामग्रियों के क्रय में व्यापक हेराफेरी का मामला ईओडब्ल्यू तक पहुंचा है। इसके अलावा अन्य कई कहानियां हैं। इन सब के बावजूद जिला के जिम्मेदार अधिकारी सीडीपीओ के खिलाफ कार्रवाई प्रस्तावित करने में परहेज कर रहे हैं। जिसके चलते सीडीपीओ मनमानी पर कार्य कर रहे हैं। जानकारी के अनुसार आज देवसर के प्रभारी सीडीपीओ विवेकी चौरसिया पर्यवेक्षक का प्रभार छीनते हुये बैढऩ ग्रामीण-2 में पदस्थ सीडीपीओ राजेन्द्र सिंह को अतिरिक्त प्रभार सौंप दिया है। अब प्रभारी सीडीपीओ तीन-तीन दिन दोनो परियोजना में समय देंगे।
प्रभारी सीडीपीओ पर ऑपरेटर पड़ा भारी
सूत्रों की बात माने तो देवसर आईसीडीएस परियोजना कार्यालय में कई वर्षों से एक विवादास्पद एवं चर्चित कम्प्यूटर ऑपरेटर को पिछले माह कई गड़बडिय़ा मिलने पर प्रभारी सीडीपीओ पर हटा दिया था। ऑपरेटर के खिलाफ फर्जीवाड़ा करने पर वर्ष 2020 में जियावन थाने में दो-दो बार लिखित शिकायतें विभाग के द्वारा की गई थी। फिर से गड़बड़ी मिलने पर ऑपरेटर को हटा दिया गया। इसी बात से सीडीपीओ नाराज हो गये और ऑपरेटर चार दिनों से गला फाड़-फाड़ कर चिल्ला रहा था कि सीडीपीओ का प्रभार छीनना तय है और आज उसकी बातें अक्षरश: सही साबित हुआ है।