भोपाल, 04 जून (वार्ता) लोकसभा चुनाव में राष्ट्रीय स्तर पर काफी नुकसान उठाने वाली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को मध्यप्रदेश से उम्मीद के अनुरूप नतीजे देखने को मिल रहे हैं और पार्टी सभी 29 सीटों पर निर्णायक बढ़त बनाने में कामयाब रही है।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार शाम पांच बजे तक इंदौर, टीकमगढ़ और विदिशा के नतीजे घोषित हुए और तीनों पर पार्टी प्रत्याशी क्रमश: शंकर ललवानी, वीरेंद्र कुमार और शिवराज सिंह चौहान विजयी होने में सफल रहे। शेष 26 सीटों पर भी भाजपा प्रत्याशी बढ़त बनाए हुए हैं।
कांग्रेस के गढ़ छिंदवाड़ा में भाजपा प्रत्याशी बंटी विवेक साहू एक लाख 13 हजार से अधिक मतों से अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी नकुलनाथ से आगे हैं। अभी यहां पर नतीजा घोषित नहीं हुआ है, लेकिन श्री साहू की विजय सुनिश्चित मानी जा रही है। श्री साहू ने अपनी विजय के साथ ही कांग्रेस से यह सीट छीन ली है। निवर्तमान सांसद नकुलनाथ वरिष्ठ नेता कमलनाथ के पुत्र हैं और पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस राज्य में मात्र यही सीट जीतने में कामयाब रही थी।
राजगढ़ में वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी एवं भाजपा प्रत्याशी रोडमल नागर से पराजित होने की कगार पर हैं। शाम तक श्री नागर, श्री सिंह से एक लाख 36 हजार मतों से आगे चल रहे थे। इस सीट पर भी भाजपा प्रत्याशी के जीतने के आसार बन गए हैं।
इसके अलावा गुना में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी पांच लाख से अधिक मतों की निर्णायक बढ़त बना ली है। खजुराहो में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा भी जीत के मुहाने पर हैं। रतलाम में पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं कांग्रेस नेता कांतिलाल भूरिया पराजित होने की कगार पर हैं। इस तरह राज्य में सभी 29 सीटों पर भाजपा अपने प्रत्याशियों की विजय संबंधी औपचारिक घोषणा के पहले ही यहां जश्न मना रही है।
राज्य में कुल 29 लोकसभा सीट हैं, जिनमें से पिछले चुनाव में छिंदवाड़ा को छोड़कर शेष सभी 28 सीटों पर भाजपा का कब्जा रहा था। इस बार भाजपा ने छिंदवाड़ा सीट को भी अपने खाते में लाने के लिए कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी थी।