ग्वालियर। माता-पिता में विवाद हुआ तो तीन बहने और एक भाई घर से ग्वालियर आ गए। यहां पर एक ऑटो चालक मिला और उन्हें माधव बाल निकेतन छोड़ गया। बच्चों को तलाशते हुए मुम्बई क्राइम ब्रांच की टीम यहां पहुंची तो बच्चे यहां से गायब मिले हैं। मामले का पता चलते ही जनकगंज थाना पुलिस मौके पर पहुंची और जांच में जुट गई है।
मुम्बई के अंधेरी निवासी चार नाबालिग भाई बहन 26 मई को माता-पिता में विवाद होने पर घर छोड़कर पंजाब मेल से ग्वालियर पहुंचे और 27 मई को रेलवे स्टेशन पर आनंद नगर निवासी ऑटो चालक दिलीप धाकड़ से मिले और बाल निकेतन छोडने की बोला। जिस पर दिलीप उन्हें माधव बाल निकेतन छोड़ गया था। रविवार सुबह मुम्बई क्राइम ब्रांच बच्चों को तलाशते हुए ग्वालियर आई और ऑटो चालक को पकड़ लिया, क्योंकि बच्चों ने उसे ऑनलाइन पेमेंट किया था। ऑटो चालक से पूछताछ की तो उसने बताया कि वह बच्चों को माधव बाल निकेतन छोड़ आया था। जब मुम्बई क्राइम ब्रांच की टीम जनकगंज थाना पुलिस के साथ यहां पर पहुंची तो बच्चे गायब मिले। वहीं माधव बाल निकेतन के सदस्यों ने बच्चों को यहां पर छोड़ने से इनकार किया है, जबकि कुछ स्थानों पर ऑटो चालक बच्चों को वहां पर छोड़ता नजर आ रहा है। अब पुलिस टीम बच्चों की तलाश में लग गई है। इस मामले में टीआई जनकगंज विपेन्द्र सिंह चैहान का कहना है कि मुम्बई क्राइम ब्रांच चार बच्चों को तलाशते हुए आई है। एक ऑटो चालक को पकड़ा है। आटो चालक का कहना है कि बच्चों को उसने माधव बाल निकेतन छोड़ा है, जबकि बच्चे यहां से गायब है।