सबसे पहले सरकारी संपत्ति से नेताओं के खिलखिलाते पोस्टर हटाए
नवभारत न्यूज
खंडवा। लोकसभा चुनाव के लिए लोकतंत्र में आहुति की घंटी बज गई है। निर्वाचन आयोग ने खंडवा में मतदान के लिए चौथा चरण के आखिरी समय को चुना है। 13 मई को वोट डाले जाएंगे।
यह ऐलान होते ही जिला प्रशासन एक्टिव मोड में आ गया। आचार संहिता तुरंत लागू हो गई। प्रशासन अब अप्रत्यक्ष रूप से सरकार पर कंट्रोल करेगा। मंत्रियों तक के अधिकार में कटौती कर ली गई है। सरकारी संपत्तियों पर खिलखिला रहे नेताओं के पोस्टर और फ्लेक्स,बैनर निगम की टीम ने नोंचना शुरु कर दिए हैं।
ऐसे हुआ निगम का काम शुरू
मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने टीवी पर घोषणा की। वैसे ही,प्रशासन हरकत में आ गया। संपत्ति विरूपण की कार्रवाई शुरू कर दी गई। इतने ज्यादा होल्डिंग सरकारी संपत्तियों, बिजली के खंबो तथा पेड़ों पर टांग दिए गए थे,कि निगम का ट्रक सामग्री नोंचकर माल खाने में जमा करते-करते थक गया। ट्रक के बाद ट्रैक्टर भी इस काम में लगा दिए गए।
पहले हो चुकी है बड़ी कार्रवाई
आपको बता दें कि एक बार पहले भी तत्कालीन विधायक देवेंद्र वर्मा पर भी इस तरह का केस लग चुका है। उन्होंने अपने नाम और निवास की प्लेट बिजली के खंभे पर टांग दी थी।
खुद हटा लें अपने फ्लेक्स
आचार संहिता में खुद ही अपने से संबंधित बोर्ड या सामग्री हटाना चाहिए, लेकिन कई लोग यह सोच रहे हैं कि यह काम प्रशासन का है। जबकि प्रशासन यदि नहीं भी हटा पाता है,तो जिम्मेदारी संबंधित व्यक्ति की होती है। खंडवा में इस तरह के केस फिलहाल बनने की संभावना है।
नगर व ग्राम
पंचायत भी सक्रिय
ग्रामीण और उप नगरीय स्तर पर नगर पंचायत और ग्राम पंचायत को पहले ही हिदायत दी जा चुकी है। वहां भी इस तरह की कार्रवाई जिले में देखी गई। संभवत रविवार से दीवारों और कार्यालय से नेताओं के स्लोगन और फोटो पर पेंट किया जाएगा। इसके अलावा भूमि पूजन और आधारशिला के पत्थर भी ढंके जाएंगे।
नेताओं को गुनिये
में रहना होगा
कुल मिलाकर,नेताओं को गुनिये में रहना पड़ेगा। कर्मचारी और अधिकारियों को प्रशासन के निर्देशों का पालन करना पड़ेगा। किसी भी तरह की राजनीति या सिफारिश पर और कड़ी कार्रवाई हो सकती है।
50 हजार से ज्यादा
लेकर न चलें
50000 से ज्यादा साथ लेकर चलने पर भी पाबंदी लगा दी गई है। ऐसा हुआ तो राशि जप्त कर ली जाएगी। व्यापारी वर्ग उचित कारण और इसके सबूत दिखा सकता है,तभी जिला निर्वाचन अधिकारी संतुष्ट होने के बाद उसे छोड़ेंगे। मीडिया भी अब किसी के एकतरफा सीधे पक्ष या चुनाव प्रभावित करने संबंधी लेख नहीं लिख सकते । पेड न्यूज कमेटी भी बना ली गई है,जो लगातार निगरानी करेगी। कलेक्टर का कहना है कि यूट्यूब और सोशल मीडिया पर सोच समझकर पोस्ट डालें।
पहले ही तैयार था अमला
सबसे ज्यादा प्रभावित सभी मुख्य मार्ग,रेल ओवरब्रिज और चौराहों पर कर्रवाई शुरू हो गई। प्रशासन को पहले ही पता था, कि शनिवार शाम के पहले आचार संहिता का ऐलान हो जाएगा। सुबह 10 बजे से ही कलेक्टर ने निगमायुक्त को दोपहर 3 बजे से टीम बनाकर मौके पर पहुंचने के लिए कह दिया था।