उज्जैन में बाबा महाकाल की शयन आरती में प्रवेश के नाम पर गुड़गांव से आए दो दंपती से रुपए मांगने का मामला सामने आया है। स्वयं को पंडित बताने वाले युवा ने प्रति श्रद्धालु 1100 रुपए मांगे। श्रद्धालुओं को कहा कि यहां ऊपर से नीचे तक सबको पैसा लगता है।
श्री महाकालेश्वर मंदिर में शयन आरती में प्रवेश के लिए कोई शुल्क नहीं लिया जाता। इसके बावजूद श्रद्धालुओं से अवैध वसूली के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। पिछले हफ्ते मुंबई की महिला श्रद्धालु से भी पुरोहित ने भस्म आरती के नाम पर 1500 रुपए की मांग की थी।
गुड़गांव से आईं निधि शर्मा ने बताया, ’23 मई को मैं अपने पति परलव शर्मा और ऋतु गुप्ता व उनके पति धीरज गुप्ता महाकाल मंदिर में दर्शन के लिए पहुंचे थे। हमें भस्म आरती की परमिशन नहीं मिली। शयन आरती में शामिल होने का निर्णय लिया। हम चारों ने 250 रुपए प्रति श्रद्धालु की शीघ्र दर्शन की टिकट ले ली। लाइन में लगे तो पता चला कि आगे जाकर यह लाइन आम श्रद्धालुओं की कतार में मिल गई
इसी दौरान वहां खड़ा एक युवा हमारे पास आया। उसने खुद को पुरोहित बताते हुए कहा कि शयन आरती देखना हो तो 1100 रुपए प्रति व्यक्ति लगेगा। हम आपको आगे बैठा देंगे 4400 रुपए में बात तय हुई। पंडित ने आरती के बाद रुपए देने का कहा
पंडित ने हमें जिस जगह खड़ा किया, वहां से सुरक्षाकर्मियों ने हमें हटा दिया। हम लोगों को आगे जाने के लिए कहा गया। पंडित ने हमें आरती में बैठाने की कई बार कोशिश की लेकिन उनकी व्यवस्था नहीं जम पाई। हमने टीवी में देखकर आरती की और हमारे रुपए भी बच गए।
कलेक्टर को मेल पर करेंगी शिकायत निधि का कहना है कि महाकाल मंदिर में इस तरह की लूट और आरती के नाम पर रुपए वसूलने वालों के खिलाफ कलेक्टर को जल्द ही मेल करेंगी। उन्होंने कहा कि इतनी दूर से आने के बाद मंदिर की व्यवस्था को देखकर मेरी श्रद्धा आहत हुई हैं
गुडग़ांव से चार लोग निधि शर्मा, पति परलव शर्मा व ऋतु गुप्ता, पति धीरज गुप्ता महाकाल मंदिर दर्शन के लिए पहुंचे थे।