जबलपुर। छत्तीसगढ़ के बेमेतरा में विस्फोटक फैक्टरी में हुए जोरदार धमाके की जांच के लिए जबलपुर से सेना बुलानी पड़ गई। फैक्टरी में भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री संग्रहीत होने और संभावित खतरे को देखते हुए स्थिति को संभालने के लिए सेना को बुलाया गया। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए मध्य भारत एरिया ने तुरंत कार्रवाई करते हुए सेना के प्रमुख संगठन सीओडी जबलपुर से विस्फोटक विशेषज्ञों की एक टीम भेजी। यह टीम रातभर यात्रा करके सुबह-सुबह घटनास्थल पर पहुंची। स्थिति का विस्तृत आंकलन करने के बाद, टीम ने लोगों और सामग्री की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाए, जिससे राहत कार्य बिना किसी बाधा के चल सके। विदित हो कि 25 मई को सुबह 7:45 छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले के बोरसी गांव में स्थित सबसे बड़ी बारूद फैक्टरी में सुबह- सुबह जोरदार धमाका हुआ था। बारूद फैक्टरी में ब्लास्ट की आवाज कई किलोमीटर तक सुनाई दी। धमाके में एक व्यक्ति की मौत हो गई और 7 लोग घायल हुए हैं।
निगरानी के लिए मुख्यालय में बना नियंत्रण कक्ष
एमबी एरिया के जीओसी, लेफ्टिनेंट जनरल पदम सिंह शेखावत, सीओडी जबलपुर के कमांडेंट और अन्य संबंधित अधिकारियों के साथ मिलकर मुख्यालय में एक नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गई है, जो स्थिति की निगरानी कर रही है और घटनास्थल पर टीम को मार्गदर्शन प्रदान कर रही है। जिला प्रशासन ने सेना की त्वरित प्रतिक्रिया के लिए धन्यवाद दिया है।
एक महीने के भीतर दूसरी घटना
यह एक महीने के भीतर दूसरी घटना है जब मुख्यालय मध्य भारत एरिया, जबलपुर को नागरिक प्रशासन द्वारा सहायता के लिए आग्रह किया गया और सीओडी जबलपुर की टीम ने प्रतिक्रिया दी, जिससे खतरनाक स्थिति को नियंत्रित किया जा सका।
हर स्थिति से निपटने सेना तैयार
एमबी एरिया के जनरल अफसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल शेखावत ने मेजर जयदीप के नेतृत्व में सीओडी जबलपुर की टीम की सराहना की और पुन: आश्वासन दिया कि सेना हमेशा ऐसी किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए तैयार रहेगी जिससे नागरिकों को जोखिम से बचाया जा सके।