पटना 25 मई (वार्ता) बिहार में छठे चरण की आठ लोकसभा सीट वाल्मीकिनगर, पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण, शिवहर, वैशाली, गोपालगंज (सु), सीवान और महाराजगंज में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुए मतदान में लगभग 55.45 प्रतिशत मतदाताओं ने 14872 मतदान केंद्रों पर वोट कर आठ महिला और 78 पुरुष समेत कुल 86 उम्मीदवारों के भाग्य का निर्णय आज इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में कैद कर दिया।
बिहार के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी (सीईओ) एच. आर. श्रीनिवासन ने शनिवार को इन आठ संसदीय क्षेत्रों में मतदान की समाप्ति के बाद यहां आयोजित संवाददाता सम्मेलन में बताया कि 78 लाख 23 हजार 793 पुरुष, 71 लाख सात हजार 944 महिला और 428 थर्ड जेंडर समेत कुल एक करोड़ 49 लाख 32 हजार 165 मतदाताओं में से 55.45 प्रतिशत ने आठ महिला और 78 पुरुष समेत कुल 86 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करने के लिए अपने मताधिकार का प्रयोग किया। वहीं, वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में इन पांच लोकसभा सीटों पर 58.47 प्रतिशत मतदान हुआ था। इस बार इन आठ संसदीय क्षेत्रों का मतदान प्रतिशत पिछले चुनाव के मतदान प्रतिशत के मुक़ाबले से 3.02 प्रतिशत कम है।
श्री श्रीनिवासन ने बताया कि वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में वाल्मीकिनगर संसदीय क्षेत्र में सबसे अधिक 61.88 प्रतिशत मतदान हुआ था लेकिन इस बार पश्चिम चंपारण में सबसे अधिक 59.75 प्रतिशत मतदान हुआ। वहीं, पिछले चुनाव में महाराजगंज में सबसे कम 53.80 प्रतिशत और इस बार भी महाराजगंज में ही सबसे कम 51.27 प्रतिशत मतदान हुआ, जो पिछले चुनाव की तुलना में 2.53 प्रतिशत कम है।
सीईओ ने बताया कि इसी तरह पिछले चुनाव की तुलना में वाल्मीकिनगर में मतदान प्रतिशत 61.88 से 3.63 प्रतिशत घटकर 58.25, पश्चिम चंपारण में 61.79 से 2.04 प्रतिशत कम होकर 59.75 प्रतिशत रह गया। इसी तरह पूर्वी चंपारण संसदीय क्षेत्र में 59.94 से 2.64 प्रतिशत घटकर 57.30, शिवहर में 59.40 से 3.1 प्रतिशत कम होकर 56.30, वैशाली में 61.85 से 3.35 प्रतिशत घटकर 58.50, गोपालगंज (सु) में 55.26 से 4.56 प्रतिशत कम होकर 50.70 और सीवान में 54.73 से 2.23 प्रतिशत घटकर 52.50 प्रतिशत रह गया।