उज्जैन, 24 मई मध्यप्रदेश के उज्जैन शहर के केडी मार्ग चौड़ीकरण के लिए आपसी सामंजस्य एवं समन्वय से शांतिपूर्वक धार्मिक स्थलों को लोगों द्वारा स्वेच्छा से हटाना विकास की दिशा में सांप्रदायिक सौहार्द का उल्लेखनीय उदाहरण प्रस्तुत किया है।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार जिला प्रशासन, पुलिस एवं नगर निगम की संयुक्त टीम द्वारा गुरुवार और शुक्रवार को केडी गेट तिराहें से तीन इमली चौराहे के जद में आने वाले 18 धार्मिक स्थलों को जनसहयोग से शांतिपूर्वक ढंग से हटाने की कार्रवाई की गई। इसमें धार्मिक स्थलों के व्यवस्थापकों, पुजारियों और लोगों द्वारा भी सहयोग किया गया। 18 धार्मिक स्थलों में 15 मंदिर, 2 मस्जिद, एक मजार हैं, जिन्हें पीछे करने और अन्यत्र स्थापित करने की कार्यवाही की गई है। हटाई गई प्रतिमाओं को प्रशासन द्वारा धार्मिक स्थलों के व्यवस्थापकों द्वारा बताए गए निर्धारित स्थान पर विधि विधान से स्थापित किया गया।
इसके साथ ही 20 से अधिक भवन जिनका गलियारा आगे बढ़ा लिया गया था। ऐसे भवनों के उस हिस्से को भी भवन स्वामियों द्वारा स्वेच्छा से हटाने की कार्रवाई की गई। केडी मार्ग के विकास के लिए विभिन्न धार्मिक संप्रदाय न केवल आगे आए बल्कि उन्होंने स्वयं अपने धार्मिक स्थलों को हटाने में सहयोग किया। जिला प्रशासन द्वारा भी विभिन्न धार्मिक संप्रदायों से आपसी सामंजस्य और समन्वय बनाने में सक्रिय भूमिका निभाई गई। कलेक्टर उज्जैन नीरज कुमार सिंह और पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा द्वारा लगातार कार्यों की मॉनिटरिंग की गयी।
कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक के निर्देशानुसार धार्मिक स्थलों को हटाने से पूर्व और कार्रवाई के दौरान प्रत्येक संप्रदाय के व्यस्थापकों और प्रमुख लोगों से चर्चा की गई। समन्वय स्थापित कर कार्य के दौरान किसी भी संप्रदाय की धार्मिक भावना आहत न हो इस बात का विशेष ध्यान रखा गया।
केडी मार्ग चौड़ीकरण के लिए पुलिस, प्रशासन तथा नगर निगम के अधिकारियों द्वारा विभिन्न धार्मिक संगठनों से समन्वय और सामंजस्य स्थापित कर जिम्मेदारीपूर्वक भूमिका निभाई गई। लगभग डेढ़ किलोमीटर लंबे केडी मार्ग के लिए विभिन्न सेक्टर्स में कार्यपालिक मजिस्ट्रेट्स की ड्यूटी लगाई गई। सभी ने मुस्तैदीपूर्वक कार्य को अंजाम दिया।