इस घटना के बड़े घोटालेबाज अभी भी पर्दे के पीछे,गेहूँ परिवहन के फर्जी दस्तावेज देने वालों पर कार्यवाही अभी भी नही
सतना ।समर्थन मूल्य गेहूं उपार्जन के बीच हुए 93 लाख रुपए के 13 ट्रक गेहूं के घोटाले के मामले में जांच और एफआईआर के बाद अब जिला प्रबन्धक नागरिक आपूर्ति निगम पर भी गाज गिरी है। उन्हें सस्पेंड कर दिया गया है। इस मामले में प्रशासन की धीमी चल रही कार्रवाही से इस बात का संदेह मजबूत होता जा रहा है कि इसमें किसी बड़े सफेदपोश का हाथ हो सकता है. अभी तक इस मामले में सरकार की ओर से नान के अध्यक्ष व प्रदेश के खाद्य और आपूर्ति मंत्री का कोई पक्ष सामने नही आया है.
जिले के मझगवां जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम कारीगोही में समर्थन मूल्य पर संचालित जयतमाल बाबा स्व सहायता समूह गेहूं उपार्जन केंद्र में लगभग 93 लाख रुपए के 3860 कुंतल गेहूं के घोटाले में तमाम कोशिशों के बावजूद नागरिक आपूर्ति निगम सतना के जिला प्रबन्धक अमित गौड़ अपनी गर्दन नहीं बचा पाए। जिला प्रबन्धक नान अमित गौड़ को निलंबित कर दिया गया है। मप्र स्टेट सिविल सप्लाइज कॉपोरेशन के प्रबंध संचालक प्रताप नारायण यादव ने उनका निलंबन आदेश जारी कर दिया। निलंबन अवधि में जीवन निर्वाह भत्ते की पात्रता के साथ अमित गौड़ को कॉर्पोरेशन के जबलपुर स्थित क्षेत्रीय कार्यालय से अटैच कर दिया गया है। प्रबन्ध संचालक ने माना कि जिला प्रबंधक अमित गौड़ ने अपने कर्तव्य निर्वहन में लापरवाही बरती है। कॉर्पोरेशन के प्रदाय केंद्र से स्वीकृति पत्रक जिस सर्वेयर की आईडी से जारी किए गए उस सर्वेयर का रजिस्ट्रेशन जिला प्रबन्धक की लॉगिन आईडी से ही सीएमएमएस पोर्टल पर किया गया है।
गौरतलब है कि जयतमाल बाबा स्व सहायता समूह में 3860 कुंतल गेहूं की फर्जी फीडिंग कर इस गेहूं को 8 और 13 मई को ट्रकों में लोड किया जाना दिखा कर लखनवाह गोदाम में जमा करने के लिए फर्जी टीसी जारी की गई। ये टीसी बाद में रेलवे रैक के लिए डायवर्ट कर दी गईं और फिर स्वीकृति पत्रक भी जारी कर दिए गए नतीजतन किसानों को भुगतान भी कर दिया गया। जबकि हकीकत में जिन ट्रकों में लोडिंग दिखाई गई वे ट्रक उन तारीखों में कारीगोही उपार्जन केंद्र आए ही नहीं थे। रेलवे में कोई रैक भी नहीं लगा था। इस मामले में एडीएम की जांच टीम ने समूह अध्यक्ष सीता गिरी ,ऑपरेटर अभिलाषा सिंह , अभिलाषा के देवर और बिचौलिए शिवा सिंह पटेल,नान के ऑपरेटर नरेंद्र पांडेय,धनंजय द्विवेदी ,ट्रांसपोर्टर के मैनेजर सम्राट सिंह और सर्वेयर सतीश द्विवेदी के खिलाफ धारकुंडी थाना में एफआईआर दर्ज कराई है।
परिवहन के फर्जी कारोबार पर चुप्पी क्या
नागरिक आपूर्ति निगम में अनाज परिवहन को लेकर जिले में लंबे समय से मिलीभगत का खेल खेला जा रहा है. पूर्व में भी बड़े पैमाने पर अनाज परिवहन की शिकायतें सामने आने के बाद भी नान के प्रबंधन ने कभी भी अपने सख्त रुख का दिखावा नही किया.इतना ही नही प्रदेश में लागू अनाज की घर पहुच सेवा भी जिले में देर से लागू की गई.अन्नदूत योजना भी जिले में समय से शुरू नही हो सकी.इस बार के घोटाले में भी परिवहन एजेंसी ने सिर्फ कागजों में ही सोसायटी से उपार्जन का उठाव किया और कागजो में ही गोदाम तक पहुचाया फिर कागजो में ही रेलवे से रैक लोड कर दी.इस खुले मामले भी प्रशासन का मौन सन्देह की परतों को और गहरा कर रहा है.
खरीदी केंद्र कारीगोही में हुई अनियमितता की विस्तृत जांच करने के निर्देश
दूसरी तरफ छुट्टी से लौटकर आए कलेक्टर अनुराग वर्मा ने मंगलवार को कलेक्टर कक्ष में गेहूं खरीदी से संबंधित विभागों के अधिकारियों की बैठक लेकर उपार्जन कार्य की समीक्षा की। बैठक में कलेक्टर ने जायतमाल बाबा महिला स्व-सहायता समूह कारीगोही में 3860 क्विंटल गेहूं करीब 93 लाख रुपये के परिवहन में की गई अनियमितता की विस्तृत जांच करने के निर्देश संबंधित विभागीय अधिकारियों को दिये हैं। कलेक्टर ने एक अप्रैल 2024 से 21 मई 2024 तक खरीदी केंद्र से संबंधित 19 किसानों के खातों में आई राशि के भुगतान पर रोक लगाने तथा इन खातों से अन्य बैंक खातों में ट्रांसफर की गई राशि का पता लगाकर उन खातों को भी होल्ड करने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने नागरिक आपूर्ति निगम के प्रबंधक को इस संबंध की विस्तृत जानकारी देने तथा गेहूं खरीदी कार्य की अनियमितता में संलिप्त कर्मचारियों पर कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने जिले के सभी खरीदी केंद्रों में अब तक की गई गेहूं, चना, मसूर, सरसों की खरीदी की जानकारी ली। उन्होने किसानों को किये गये भुगतान की भी जानकारी विभागीय अधिकारियों से प्राप्त की। बैठक में अपर कलेक्टर स्वप्निल वानखेड़े, प्रभारी डीएसओ एलआर जांगड़े, डिप्टी कलेक्टर सुमेश द्विवेदी, जिला प्रबंधक नान, एलडीएम गौतम शर्मा सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।