नयी दिल्ली, 24 दिसम्बर (वार्ता) कांग्रेस ने कहा है कि सामने आये तथ्यों से साफ है कि निजी क्षेत्र के यस बैंक को डुबाने में एस्सेल समूह के मालिक, उद्योगपति एवं सांसद सुभाष चंद्र गोयल की अहम भूमिका रही है और सरकार उन्हें बचाने की कोशिश कर रही है।
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने शुक्रवार को यहां पार्टी मुख्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि यस बैंक जब डूबा तो उसे बचाने के लिए सरकारी क्षेत्र का भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) सामने आया और इस बैंक ने यस बैंक को कर्ज से बाहर निकालने के लिए 11760 करोड़ रुपए उसके खाते में डाले। उन्होंने कहा कि आश्चर्य की बात यह है इतना पैसा इस बैंक में लगाने के बावजूद एसबीआई एस्सेल के मालिक तथा भाजपा समर्थित राज्य सभा सदस्य सुभाष चंद्र गोयल के प्रभाव के कारण इसमें अपना प्रबंधन नियुक्त नहीं कर पा रहा है।
उन्होंने कहा कि इस बीच जब यस बैंक के डूबने के कारणों की जांच-पड़ताल हुई तो जांच एजेंसियों ने कहा कि इस बैंक को डुबाने में एस्सेल समूह की अहम भूमिका रही है। उनका कहना था कि एस्सेल समूह ने बैंक से 6789 करोड़ रुपए का ऋण लिया लेकिन यह पैसा बैंक को नहीं लौटाया गया जिसके कारण निजी क्षेत्र का यह बैंक घाटे में चला गया और उसे बचाने के लिए सरकार ने आम लोगों का पैसा लगा दिया।
प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि श्री गोयल मोदी सरकार के चहेते हैं और वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नजदीकी भी हैं। संघ को वह फंड देते रहे हैं और उसके एकल महाविद्यालय के प्रमुख भी रहे हैं, इसलिए सरकार उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होने दे रही है और उनके प्रभाव के कारण यस बैंक में काम करने का अधिकार सरकारी क्षेत्र के बैंक के एडमिनिस्ट्रेशन को नहीं दिया जा रहा है।